सफाई अभियान के बाद भी नहीं हो रही नगर की सफाई
संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : सीमावर्ती जिले में कई धार्मिक, राजनैतिक, सरकारी और गैर सरका
संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : सीमावर्ती जिले में कई धार्मिक, राजनैतिक, सरकारी और गैर सरकारी संस्थाएं स्वच्छता ही सेवा पखवाड़े के तहत जगह-जगह सफाई अभियान कार्यक्रम आयोजित कर रही है, लेकिन नगर की सफाई कहां हो रही है इसकी किसी को भनक तक नहीं है। मोक्षदायिनी आज भी गंदगी से कराह रही है। अफसोस उसमें गिरने वाला मैला को साफ करने वाला कोई नहीं है।
जिला मुख्यालय से महज पांच सौ मीटर दूर जोशियाड़ा में जगह-जगह भागीरथी नदी किनारे गंदगी का अबांर लगा हुआ है। क्षेत्र की गंदगी जोशियाड़ा पुल की छोर में डंप हो रहा है। जो बारिश के समय सीधे नदी में प्रवाहित हो रहा है। हैरत की बात है कि इस जोशियाड़ा पुल से होते हुए कई अधिकारी गुजरते हैं, लेकिन अफसोस किसी का ध्यान इस गंदगी को साफ करने में नहीं गया, उनका ध्यान गया तो केवल सफाई वाले क्षेत्रों में खानापूर्ति के लिए स्वच्छता अभियान चलाने पर। 15 सितंबर से अब तक क्षेत्र में स्वच्छता पखवाड़ा चल रहा है, लेकिन अफसोस स्वच्छता के नाम पर मोदी के अभियान को पलीता लग रहा है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि राजनेता, प्रशासन क्षेत्र में चाहे कितने भी सफाई अभियान चला ले लेकिन कभी भी धरातल की सफाई नहीं हो सकती, यह लोग खानापूर्ति के लिए मीडिया और सोशल मीडिया में सुर्खियां बटोरने के लिए यह करते हैं। जिसका खामियाजा स्थानीय लोगों को भुगतना पड़ता है।
नगरपालिका बाड़ाहाट के अधिशासी अधिकारी सुशील कुमार कुरील ने बताया कि पालिका द्वारा क्षेत्र में कूड़ा वाहन चलाया जा रहा है, उसके बावजूद भी यदि क्षेत्र में गंदगी का अंबार लगा हुआ है तो जल्द ही इसकी सफाई की जाएगी।