यात्रा को लेकर बैकफुट पर आए गंगोत्री के तीर्थ पुरोहित, गंगोत्री धाम में सभी श्रद्धालु कर सकेंगे दर्शन
अब गंगोत्री धाम परिसर के साथ ही गंगा घाट तक सभी श्रद्धालु बिना रोक-टोक के जा सकते हैं। बुधवार को भी 15 श्रद्धालु गंगोत्री धाम पहुंचे।
उत्तरकाशी, जेएनएन। गंगोत्री धाम में बुधवार से 15 अगस्त तक बाहरी श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित किए जाने संबंधी अपने फैसले को प्रशासन की सख्ती के बाद तीर्थ पुरोहितों ने वापस ले लिया। अब गंगोत्री धाम परिसर के साथ ही गंगा घाट तक सभी श्रद्धालु बिना रोक-टोक के जा सकते हैं। बुधवार को भी 15 श्रद्धालु गंगोत्री धाम पहुंचे।
मंगलवार को तीर्थ पुरोहितों ने घोषणा की थी कि 29 जुलाई से 15 अगस्त तक गंगोत्री धाम में मंदिर परिसर का प्रवेश द्वार बंद रखा जाएगा। साथ ही किसी भी बाहरी व्यक्ति को धाम में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। लेकिन, बुधवार को जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान के निर्देश पर गंगोत्री पहुंचे तहसीलदार प्रताप सिंह चौहान ने तीर्थ पुरोहितों को स्पष्ट बता दिया कि गंगोत्री धाम चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के अधीन है। लिहाजा वह किसी भी श्रद्धालु को गंगोत्री आने से नहीं रोक सकते। इसके बाद तीर्थ पुरोहितों ने अपने फैसले से पीछे हटते हुए भरोसा दिलाया कि वे गंगोत्री धाम आने वाले किसी भी श्रद्धालु का विरोध नहीं करेंगे।
तहसीलदार प्रताप सिंह चौहान ने बताया कि गंगोत्री धाम सभी श्रद्धालुओं के लिए खुला है। हालांकि, मंदिर परिसर के निकट कुछ तीर्थ-पुरोहित देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के विरोध में धरना दे रहे हैं। वहीं, गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को ज्ञापन प्रेषित कर फिलहाल यात्रा पर रोकने लगाने की मांग की गई है। साथ ही श्रद्धालुओं से भी आग्रह किया जा रहा है कि कोरोना काल समाप्त होने तक यात्रा करने से परहेज करें।
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