भेषज समिति चुनाव में आरक्षण ताक पर
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : जड़ी-बूटी भेषज इकाई समिति के चुनाव में आरक्षण के मानक को
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : जड़ी-बूटी भेषज इकाई समिति के चुनाव में आरक्षण के मानक को ताक पर रखा गया। पुरोला ब्लाक में तो एक भी सदस्य आरक्षित वर्ग से समिति में नहीं भेजा गया। इसी तरह की स्थिति अन्य ब्लाकों में भी है, जहां आरक्षण के मानकों को ताक पर रखा गया है। इस मामले में जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने सहकारी समिति के जिला सहायक निबंधक को जांच के निर्देश दिए हैं।
भटवाड़ी ब्लाक के सालू गांव निवासी कलम ¨सह राणा ने शनिवार को जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया, जिसमें राणा ने कहा कि भेषज संघ की समितियों में आरक्षण के मानक का पालन नहीं किया गया। इन समितियों में 50 फीसद आरक्षण महिलाओं, एससी, एसटी के लिए रखा गया है। लेकिन स्थिति यह है कि किसी ने भी इस मानक को पूरा नहीं किया है। उत्तरकाशी जनपद के भटवाड़ी ब्लाक में 10 समितियों के 20 सदस्य हैं, लेकिन केवल दो सदस्य ही आरक्षित वर्ग के चुनकर भेजे गए। डुंडा ब्लाक में सात समितियों के 14 सदस्य हैं, जिनमें केवल दो सदस्य ही आरक्षित हैं। चिन्यालीसौड़ में सात समितियों के 14 सदस्य हैं, जिनमें दो सदस्य ही आरक्षित वर्ग से हैं। नौगांव ब्लाक में नौ समितियों के 18 सदस्य चुने गए, लेकिन केवल एक सदस्य ही आरक्षित वर्ग से है। पुरोला में तो एक भी सदस्य आरक्षित नहीं है। जबकि मोरी में चार समितियों के आठ सदस्यों में से केवल दो सदस्य ही आरक्षित वर्ग से हैं। उन्होंने कहा कि भटवाड़ी ब्लाक के सौरा वार्ड से भी यही स्थिति है, जिसके कारण जो पात्रता रखने वाले व्यक्ति हैं, उनको बाहर रखा गया है। उन्होंने जिलाधिकारी से इस मामले में जांच कराकर कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं, सहकारी समिति के जिला सहायक निबंधक हरीश चंद्र खंडूड़ी ने बताया कि भेषज संघ समितियों के चुनाव में आरक्षण की स्थिति को लेकर जांच की जा रही है। इसकी रिपोर्ट जल्द ही जिलाधिकारी को दी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक समिति में दो सदस्य चुने जाते हैं, जिनमें एक सदस्य आरक्षित वर्ग यानी महिला, एससी, एसटी व पिछड़ा वर्ग से होना जरुरी है।