यमुना तट पर मुंगरा घाट क्षेल रहा उपेक्षा का दंश
तिलकचंद रमोला नौगांव (उत्तरकाशी) : यमुना नदी पर प्रसिद्ध मुंगरा घाट तंत्र की उपेक्षा का दंश
तिलकचंद रमोला नौगांव (उत्तरकाशी) : यमुना नदी पर प्रसिद्ध मुंगरा घाट तंत्र की उपेक्षा का दंश झेल रहा है। स्थित यह है कि इस घाट को जोड़ने वाला मार्ग तक सही नहीं है। स्नान घाट पर यात्रियों की सुरक्षा इंतजाम के कोई नहीं हैं। इस घाट पर महिलाओं के लिए चें¨जग रूम और शौचालय की व्यवस्था भी नहीं है। इससे स्थानीय लोगों में भी तंत्र के खिलाफ रोष व्याप्त है।
नौगांव के निकट मुंगरा पुल के पास यमुना नदी के किनारे मुंगरा घाट है। वर्ष भर इस स्नान घाट में बड़कोट, पुरोला व मोरी तहसील के ग्रामीण स्नान पर्वों पर स्नान के लिए आते हैं। इसके साथ ही देव उत्सव के दौरान भी ग्रामीण यहां स्नान करने के लिए पहुंचते हैं, लेकिन सड़क से लेकर घाट को जोड़ने वाला दो सौ मीटर का रास्ता बेहद ही बदहाल स्थिति में है। इसके साथ ही स्नान घाट पर न तो सुरक्षा के कोई इंतजाम हैं और न शौचालय व चें¨जग रूम की व्यवस्था। जबकि हर तीन साल में होने वाले सेममुखेम मेले के लिए मोरी, त्यूणी, पुरोला से ग्रामीण पैदल यात्रा कर रात्रि विश्राम के लिए मुंगरा घाट पर आते हैं। जहां श्रद्धालुओं को खुले आसमान के नीचे ही रात काटनी पड़ती है। जबकि स्थानीय लोग लंबे समय से यह मांग करते आ रहे हैं कि यमुनोत्री जाने वाले तीर्थ यात्रियों व स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए मुंगरा घाट का विकास किया जाए। इससे यह एक पर्यटक स्थल बन सके। पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य कौशल्या रमोला ने कहा कि यमुना तट पर मुंगरा घाट के सौंदर्यकरण के लिए कई बार पर्यटन मंत्री सहित अधिकारियों से गुहार लगाई गई है, लेकिन किसी ने भी इस घाट के विकास पर ध्यान नहीं दिया है। वहीं शनिवार को स्थानीय लोगों ने इस समस्या से क्षेत्रीय विधायक राजकुमार को भी अवगत कराया। विधायक राजकुमार ने जल्द इस समस्या के निराकरण का भरोसा दिया ।