शिशुओं के टीकाकरण को 12 से 46 किमी का सफर तय कर रही माताएं
मोरी ब्लॉक के ठडियार न्याय पंचायत में मातृ शिशु कल्याण केंद्र में तीन वर्ष से ताला लटका है।
संवाद सूत्र, पुरोला: मोरी ब्लॉक के ठडियार न्याय पंचायत में मातृ शिशु कल्याण केंद्र में तीन वर्ष से ताले लटके हुए हैं। इससे न्याय पंचायत के अंतर्गत आने वाले भंकवाड, कुकरेडा, ठडियार, अगोती बेगल, भुटोत्रा, बिद्री व बिजोती गांवों के ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों टीकाकरण के लिए 12 किलोमीटर दूर त्युणी, 14 किलोमीटर दूर मोरी व 46 किलोमीटर दूर पुरोला तक आना पड़ रहा है।
ग्रामीणों की समस्याओं को देखते हुए वर्ष 1997 में ठडियार में मातृ शिशु कल्याण केंद्र बनाया था। तीन वर्ष पहले इस केंद्र से ऑग्जिलरी नर्स मिडवाइफरी (एएनएम) का स्थानांतरण कर दिया गया। नई एएनएम की नियुक्ति नहीं हो पायी। एएनएम के अभाव में केंद्र की हालत जर्जर हो चुकी है। परिसर में भी घास जम चुकी है। एएनएम न होने से गर्भवती महिला व जच्चा-बच्चा की स्वास्थ्य जांच के लिए ग्रामीणों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मोरी और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुरोला आना पड़ रहा है। ठडियार के बिजेंद्र सिंह पंवार, पूर्व प्रधान हेपन सिंह पंवार, राजेंद्र पंवार, ऋषभ का कहना है कि ठडियार मातृ शिशु कल्याण केंद्र के ताले खोलने और एएनएम की तैनाती को लेकर कई बार मांग उठायी गई है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मोरी प्रभारी चिकित्सक डॉ. फराज अहमद ने बताया कि एएनएम के पद रिक्त होने के कारण मोरी, आरोकोट और पर्वतीय क्षेत्र में कई केंद्र बंद पड़े हुए हैं। टीकाकरण व महिलाओं को स्वास्थ्य परामर्श को दूसरे क्षेत्र की एएनएम को निर्देश दिए गए हैं कि वे सप्ताह में एक दिन उन क्षेत्रों में कैंप करें जहां एएनएम तैनात नहीं है।