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भूस्खलन से शीतकालीन मंदिर को खतरा

रविवार रात यमुनोत्री क्षेत्र में हुई भारी बारिश से यमुना के शीतकालीन प्रवास खुसीमठ (खरसाली) में बने यमुना मंदिर के प्रांगण के एक हिस्से में भूस्खलन होने लगा है जिससे मंदिर प्रांगण सहित मंदिर की बुनियाद भी खतरे की जद में आने की आशंका है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 27 Jul 2020 10:38 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jul 2020 06:16 AM (IST)
भूस्खलन से शीतकालीन  मंदिर को खतरा
भूस्खलन से शीतकालीन मंदिर को खतरा

बड़कोट : रविवार रात यमुनोत्री क्षेत्र में हुई भारी बारिश से यमुना के शीतकालीन प्रवास खुसीमठ (खरसाली) में बने यमुना मंदिर के प्रांगण के एक हिस्से में भूस्खलन होने लगा है, जिससे मंदिर प्रांगण सहित मंदिर की बुनियाद भी खतरे की जद में आने की आशंका है।

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यमुनोत्री मंदिर के सचिव एवं तीर्थपुरोहित कृतेश्वर उनियाल ने बताया कि यदि समय रहते इस भूस्खलन क्षेत्र का ठीक से ट्रीटमेंट नहीं किया तो मंदिर की नींव को भी खतरा पैदा हो सकता है।


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