धराली में बर्फबारी से हुआ भारी नुकसान
जागरण संवाददाता उत्तरकाशी इस बार बर्फबारी ने उत्तरकाशी के सुदूरवर्ती क्षेत्रों के ग्रामीण्
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : इस बार बर्फबारी ने उत्तरकाशी के सुदूरवर्ती क्षेत्रों के ग्रामीणों पर कहर ढाया है। अकेले धराली गांव में भारी बर्फ के कारण पांच ग्रामीणों के लकड़ी के भवनों की छत टूटी हैं, जिसके कारण ग्रामीणों के सामने छत का संकट खड़ा हो गया है। ग्रामीणों की मांग करते हुए कहा कि बर्फबारी से हुए नुकसान का आंकलन करने और मुआवजा देने की मांग की है।
बीते दिसंबर माह से अभी तक लगातार उत्तरकाशी जनपद के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो रही है। रविवार की शाम को गंगोत्री यमुनोत्री के अलावा हर्षिल, धराली आदि क्षेत्रों में सहित आदि क्षेत्रों में बर्फबारी शुरू हुई तथा निचले इलाकों में बारिश शुरू हुई। ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी ने फिर से मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इस बार बर्फबारी ने तमाम रिकार्ड तोड़े हैं। बर्फबारी से सेब की फसल को फायदा होगा लेकिन, ग्रामीणों के घरों को नुकसान पहुंचा है। धराली गांव में ग्रामीणों के लकड़ी के भवनों की छतों पर बर्फ की मोटी चादर जमा होने के कारण कई घरों की छत टूटी है। धराली निवासी महेश पंवार ने बताया कि बर्फबारी के कारण इस बार धराली गांव में काफी अधिक नुकसान हुआ है। अभी भी धराली में चार से पांच फीट बर्फ जमा है। भारी बर्फबारी के कारण धराली निवासी सतेंद्र नेगी, अरविद नेगी, जय भगवान पंवार, भीमराज व सुशील पंवार के घर व गोशाला की छत टूटी है। इसके साथ ही कुछ घर ऐसे हैं जहां अधिक बर्फबारी के कारण पहुंचना मुश्किल है। भले ही उन घरों में शीतकाल के दौरान कोई नहीं ठहरे हैं। शीतकाल में अधिकांश ग्रामीण उत्तरकाशी के आसपास रहते हैं।