यमुनोत्री की निर्मलता पर दाग लगा रही गंदगी
यमुनोत्री धाम को जोड़ने वाले पैदल मार्ग पर सफाई व्यवस्था नहीं होने से चारों ओर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। गंदगी के कारण आसपास दुर्गंध फैल रही है। यहां तक कि आएदिन हो रही बारिश से जानकी चट्टी के बस अड्डे से यमुनोत्री धाम तक पैदल मार्ग भी गंदगी और कीचड़ से अटा पड़ा है।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: यमुनोत्री धाम को जोड़ने वाले पैदल मार्ग पर सफाई व्यवस्था नहीं होने से चारों ओर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। गंदगी के कारण आसपास दुर्गंध फैल रही है। यहां तक कि आएदिन हो रही बारिश से जानकी चट्टी के बस अड्डे से यमुनोत्री धाम तक पैदल मार्ग भी गंदगी और कीचड़ से अटा पड़ा है। ऐसे में यात्रियों को आवागमन में परेशानी हो रही है। यहां कीचड़ में फिसलकर 25 से अधिक यात्री चोटिल हो चुके हैं। साथ ही घोड़े-खच्चर भी फिसल रहे हैं। यमुनोत्री धाम और पैदल मार्ग पर सफाई की जिम्मेदारी जिला पंचायत उत्तरकाशी के जिम्मे है।
यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने से लेकर अब तक करीब डेढ़ लाख श्रद्धालुओं ने मां यमुना के दर्शन कर लिए हैं। इन दिनों वर्षा होने के बावजूद श्रद्धालुओं की संख्या में कमी नजर नहीं आ रही है। हर रोज आठ से नौ हजार श्रद्धालु यमुनोत्री दर्शन को पहुंच रहे हैं। लेकिन, हर तरफ गंदगी का अंबार लगा होने से देश-विदेश से आने वाले यात्री परेशान हैं। राजस्थान से आए नवीन कुमार बताते हैं कि यमुनोत्री मार्ग सहित जानकी चट्टी में जगह-जगह गंदगी पसरी है। कई जगह कीचड़ होने से रास्ता तय करना भारी पड़ जाता है। सफाई कर्मी यात्रियों से पैसे मांगते रहते हैं, लेकिन सफाई करते नजर नहीं आते। दिल्ली निवासी राजेश गुप्ता ने कहा कि यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग पर गंदगी नजर आना मन को दुखी करता है। पैदल रास्ते सहित जानकीचट्टी में पालीथिन और घोड़ों की लीद फैली हुई है। इसे लेकर यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहित संदीप उनियाल ने बताया कि यमुनोत्री पैदल मार्ग और जानकी चट्टी में सफाई की व्यवस्था के लिए बार-बार अनुरोध किया जाता रहा है। लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
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सफाई व्यवस्था के लिए अलग-अलग स्थानों पर सफाई कर्मचारी तैनात हैं। सोमवार से सफाई व्यवस्था में सुधार किया गया है। घोड़ा-खच्चरों की लीद को एकत्र किया जा रहा है। वर्षा होने से रास्ते में कीचड़ से कुछ परेशानी जरूर हो रही है।
संजय खंडूड़ी, अपर मुख्य अधिकारी, जिला पंचायत उत्तरकाशी