समुद्रतल से 3800 मीटर की ऊंचाई पर पहली बार चली आरएसएस की शाखा
उत्तरकाशी में गंगोत्री हिमालय के भोजवासा में पहली बार आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ) ने शाखा संचालित की।
उत्तरकाशी(जेएनएन): आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ) ने पहली बार समुद्रतल से 3800 मीटर की ऊंचाई पर गंगोत्री हिमालय के भोजवासा में शाखा संचालित की। इस दौरान संघ के कार्यकर्ताओं ने जहां गंगा के संरक्षण का संकल्प लिया, वहीं गंगा को स्वच्छ एवं निर्मल बनाए रखने के लिए अभियान चलाने की बात भी कही।
गंगा ट्रैकिंग और गंगा मंथन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उत्तरकाशी से आरएसएस के कार्यकर्ता भी गोमुख गए थे। गोमुख से चार किमी पहले भोजवासा में 12 व 13 अक्टूबर को संघ के विभाग (टिहरी-उत्तरकाशी) संचालक गुलाब ङ्क्षसह नेगी ने विधिवत ध्वज फहराया। ध्वज प्रणाम के बाद गुलाब सिंह नेगी ने कहा कि संघ व्यक्ति निर्माण से लेकर राष्ट्र निर्माण तक के कार्य में जुटा हुआ है।
इसके साथ ही संघ हिंदू धर्म के प्रतीक गो, गंगा व गोमुख के संरक्षण के प्रति भी संकल्पबद्ध है। कहा कि गंगा का जो इतिहास है, उसे कई लोग तोड़-मरोड़ रहे हैं। जबकि, राजा भगीरथ ने गंगा को धरती पर लाने के लिए गंगोत्री में तप किया था। तब जाकर शिव की जटा से होते हुए गोमुख में गंगा का अवतरण हुआ। कहा कि गंगा हिंदू संस्कृति की प्रतीक है और उसका उद्गम स्थल गोमुख में ही है। गंगा को भागीरथी नाम ऋषि कपिल मुनि ने दिया था।
इस मौके पर पौड़ी के विभाग संचालक प्रो. राकेश भट्ट, जगत सिंह 'जंगली', विधायक गोपाल सिंह रावत, भाजपा के जिला महामंत्री हरीश डंगवाल, डॉ. अनिल नौटियाल आदि मौजूद थे।
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