ईओ ने जिलाधिकारी के आदेशों को भी नहीं माना
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : गंगा स्वच्छता को लेकर नगर पालिका और गंगा प्रदूषण के अधिकारी
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : गंगा स्वच्छता को लेकर नगर पालिका और गंगा प्रदूषण के अधिकारी अपनी जिम्मेदारी समझने को तैयार नहीं है। स्थिति यह है कि जिलाधिकारी की ओर से दो माह पहले दिए गए आदेशों का भी ये अनुपालन नहीं कर रहे हैं। गुरुवार को जब जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने नमामि गंगे के तहत किए जा रहे कार्यो की प्रगति को लेकर बैठक ली। पूर्व में दिए गए आदेशों पर आख्या मांगी तो ये अधिकारी बंगले झांकने लगे। कुल मिलाकर किसी भी अधिकारी के पास कोई जवाब नहीं था।
गौरतलब है कि दो माह पहले जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने नगर पालिका बाड़ाहाट के अधिशासी अधिकारी को निर्देश दिए थे कि प्लास्टिक कचरे के निस्तारण के लिए शीघ्र कॉम्पेक्टर मशीन लगाई जाए। लेकिन गुरुवार को हुई समीक्षा बैठक में जब जिलाधिकारी ने इस मामले में अधिशासी अधिकारी से जवाब मांगा तो अधिकारी के पास कोई जवाब ही नहीं था। जिस पर जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने अनुपालन न करने व प्रगति आख्या न देने पर अधिशासी अधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्टी देने के निर्देश दिए। इसके साथ ही गंगा किनारे 20 कमरों से अधिक वाले होटलों में एसटीपी अनिवार्य किए जाने पर सर्वे प्रगति आख्या न देने के लिए गंगा प्रदूषण के परियोजना प्रबंधक को चेतावनी पत्र जारी किया। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि यात्रा सीजन का महत्वपूर्ण समय निकल गया है। इसलिए यात्रा रूट के सभी यात्री शैडो व मार्गो पर सफाई अभियान शीघ्र चलाया जाएगा। साथ ही कूड़े आदि का व्यवस्थित निस्तारण किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों के रूटों पर ग्राम्य विकास, जिला पंचायत की ओर से सफाई अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सफाई अभियान गंगोत्री धाम से प्रारम्भ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नमामि गंगे के तहत चिह्नित 22 गांव में मनरेगा के तहत पौधरोपण किया जाएगा।