जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : सीमांत जनपद में बर्फबारी से बढ़ने वाली दुश्वारियों के बीच विधानसभा चुनाव का सफल संचालन करवाने के लिए जिला निर्वाचन आयोग अलर्ट है। सोमवार को जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बैठक ली। सीमांत जनपद उत्तरकाशी की तीन विधानसभाओं में 100 पोलिग बूथ ऐसे हैं जो ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हैं। इन बूथों तक जाने वाले रास्ते भी शीतकाल में बर्फ से ढक जाते हैं।
जिला सभागार में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि जनपद में ऐसे मतदेय स्थल जहां नेटवर्क कनेक्टिविटी नहीं है। वहां अभी से वायरलेस, बेस सेट, वाकी-टाकी की व्यवस्था की जाए। इसके लिए पुलिस, वन विभाग के साथ बूथ बार प्लान बनाने के निर्देश सभी आरओ को दिए जाएं। जिलाधिकारी ने कहा कि निर्वाचन आयोग के निर्देशों में प्रत्येक विधानसभा में 50 प्रतिशत बूथों पर वेब कास्टिग की जानी है। इसलिए सभी आरओ वेब कास्टिग बूथ व हिमाच्छादित मतदेय स्थलों का प्लान अभी से बनाएं। समय पर आवश्यक संसाधन व व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके। जिला निर्वाचन अधिकारी ने संवेदनशील व अतिसंवेदनशील बूथों का चिह्नीकरण करने व सभी मतेदय स्थलों में शौचालय, पानी, रैंप की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय राजमार्गो व ग्रामीण यातायात मार्गो पर बर्फबारी व पाला पड़ने वाले स्थानों में पर्याप्त संसाधन, चुना, नमक व मशीनरी मौजूद रखने के निर्देश दिए। बर्फबारी से विद्युत व पेयजल योजनाएं बाधित होने वाले क्षेत्रों में पुख्ता तैयारी करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने तथा गर्भवती महिलाओं की सूची व उपचार देने के संबंध में प्लान तैयार करें। बैठक में उप जिला निर्वाचन अधिकारी तीर्थपाल सिंह, रिटर्निग आफिसर गंगोत्री विधान सभा चतर सिंह चौहान, यमुनोत्री मीनाक्षी पटवाल, पुरोला सोहन सैनी, उपजिलाधिकारी बड़कोट शालिनी नेगी, अधिशासी अभियंता लोनिवि परवीन कुश, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल, सहायक निर्वाचन अधिकारी अरुणेश पैन्यूली आदि मौजूद थे।
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