मुख्य बाजार में अंधेरा, पालिका प्रशासन मौन
संवाद सहयोगी उत्तरकाशी नगरपालिका बाड़ाहाट उत्तरकाशी नाम की नगर पालिका बनकर रह
संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : नगरपालिका बाड़ाहाट उत्तरकाशी नाम की नगर पालिका बनकर रह गई है। त्योहारी सीजन होते हुए भी सुविधाओं के नाम पर पालिका क्षेत्र में केवल अंधेरा कायम है। रात होते ही पालिका क्षेत्र की गलियां घुप अंधेरे में बदल जाती हैं। रोशनी नहीं होने से तीर्थयात्रियों के साथ ही स्थानीय लोगों को आवागमन करने में परेशानी हो रही है। आश्चर्य की बात है कि मामला संज्ञान में होने के बाद भी पालिका प्रशासन इस ओर मूकदर्शक बना हुआ है।
काशी विश्वनाथ चौक से जिला अस्पताल की ओर जाने वाली आंतरिक सड़क और सब्जी मंडी के निकट पालिका प्रशासन ने वर्षभर पहले एक संस्था के सहयोग से इलैक्ट्रिक लैंप लगाए थे। कुछ दिनों तक लैंप जले, लेकिन अब ये पूरी तरह से क्षतिग्रस्त चुके हैं। इसके अलावा क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था पर भी कछुआ गति से कार्य चल रहा है। क्षेत्र के अधिकांश भाग में स्ट्रीट लाइट ही नहीं है, और जहां स्ट्रीट लाइटें हैं वह खराब हो चुकी हैं। इसके स्थान पर नगर पालिका ने स्ट्रीट लाइट भी नहीं लगाई। नगर के लोगों को सबसे अधिक परेशानी मुख्य बाजार की सब्जी मंडी और भैरव चौक से लेकर विश्वनाथ चौक के बीच हो रही है। शहर की गलियों में तो स्थितियां काफी खराब हैं। स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि गंगोत्री राजमार्ग स्थित सब्जी मंडी के आसपास, बिरला गली, लोनिवि मार्ग, जिला अस्पताल मार्ग सहित आदि मार्गों पर स्ट्रीट लाइट की सही व्यवस्था नहीं है। सब्जी मंडी व्यापारियों ने बताया कि पालिका उनसे समय-समय तहबाजारी वसूलती है, लेकिन तहबाजारी के एवज में स्ट्रीट लाइट और व्यवसायिक संयोजन की भी सुविधा नहीं मिल पाती। अंधेरा होने स्थानीय लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं हैरत की बात यह है कि पालिका प्रशासन के जिम्मेदार इन जगहों से होते हुए हर दिन गुजरते हैं, लेकिन इसके बाद भी व्यवस्था सुधारने के प्रति ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
मामला संज्ञान में नहीं है। जिन गलियों में पथ प्रकाश की व्यवस्था नहीं हैं, वहां जल्द व्यवस्था की जाएगी। --- रमेश सेमवाल, अध्यक्ष नगरपालिका