उत्तरकाशी के यादगार उपहार के सवाल पर बगले झांकने लगे अधिकारी
पर्यटन एवं जिले के प्रभारी सचिव दिलीप जावलकर ने उत्तरकाशी में विकास कार्यो की समीक्षा की।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : पर्यटन एवं जिले के प्रभारी सचिव दिलीप जावलकर ने उत्तरकाशी में हुए विकास कार्यों की समीक्षा की। प्रभारी सचिव ने उद्योग विभाग से पूछा कि उत्तरकाशी आने वाले पर्यटकों के लिए कौन सी ऐसी पारंपरिक वस्तु तैयार की है, जिससे यादगार के रूप में लेकर जाएं। इस पर कोई जवाब न मिलने पर प्रभारी सचिव ने नाराजगी व्यक्त की तथा शीघ्र ही पारंपरिक यादगार उपहार तैयार करने के निर्देश दिए।
जिला सभागार में पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने जिला सेक्टर, राज्य सेक्टर, केंद्र पोषित, बाह्य सहायतित के तहत हुए कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने जनपद में वुडन हैंडीक्राफ्ट को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीणों को प्रशिक्षित करने के निर्देश दिए। कामगारों के अंदर स्किल विकसित कर उन्हें मशीनरी से जोड़ने को कहा। ताकि स्थानीय कारीगरों को पारंपरिक भवन, रिजॉर्ट आदि के नवनिर्माण कार्यों में रोजगार मिल सके। दिलीप जावलकर ने कहा कि ग्रोथ सेंटर महत्वपूर्ण योजना है। इसके नियोजन करने की जरूरत है। टूरिज्म ग्रोथ सेंटर रैथल में एक डिस्प्ले स्थापित कर यहां की पारंपरिक वस्तुओं का समावेश किया जाए। जिससे बाहर से आने वाले पर्यटक यहां की स्थानीय वस्तुओं से रूबरू हो सकें। यहां की वस्तुओं व विशेष उत्पादनों को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक विशिष्ट पहचान मिले। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री सीमांत विकास योजना के तहत हर्षिल में पर्यटन हब विकसित कर रिवर फ्रंट के कार्य किए जाएं। जिससे पर्यटक यहां की नैसर्गिक सौंदर्य की झलक कै मरे में कैद कर सकें। जिलाधिकारी कहा कि पारंपरिक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कार्ययोजना बनाई गई है। पंचायत भवन, विद्यालय व सरकारी भवनों के नवनिर्माण कार्यों में पारंपरिक स्वरूप का ध्यान रखा जाएगा।