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उत्तरकाशी: खुलकर सामने आई आबकारी दफ्तर की कलह, कर्मचारियों ने अधिकारी के खिलाफ खोला मोर्चा

आबकारी विभाग में लंबे समय से गतिरोध चल रहा है। जिला आबकारी अधिकारी और अन्य अधिकारी-कर्मचारियों के बीच तनातनी का माहौल है। दफ्तर के अंदर लंबे समय से चली आ रही कलह अब खुलकर सामने आ गई है।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Tue, 26 Jan 2021 01:51 PM (IST)Updated: Tue, 26 Jan 2021 01:51 PM (IST)
उत्तरकाशी: खुलकर सामने आई आबकारी दफ्तर की कलह, कर्मचारियों ने अधिकारी के खिलाफ खोला मोर्चा
उत्तरकाशी: खुलकर सामने आई आबकारी दफ्तर की कलह।

जागरण संवाददाता उत्तरकाशी। उत्तरकाशी के आबकारी विभाग में लंबे समय से गतिरोध चल रहा है। जिला आबकारी अधिकारी और अन्य अधिकारी-कर्मचारियों के बीच तनातनी का माहौल है। दफ्तर के अंदर लंबे समय से चली आ रही कलह अब खुलकर सामने आ गई है। अधिकारियों और कर्मचारियों ने जिला आबकारी अधिकारी के खिलाफ जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया है। साथ ही जिला आबकारी अधिकारी का तत्काल स्थानांतरण करने की मांग की है। ऐसा न होने पर सभी आबकारी विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने खुद का स्थानांतरण जनपद से बाहर करने की मांग की है, जिससे उनका उत्पीड़न हो सके।

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जिला आबकारी अधिकारी प्रतिमा गुप्ता के जनपद में कार्यभार संभालने के बाद से ही उत्तरकाशी जिला आबकारी अधिकारी का व्यवहार आबकारी दफ़्तर में सुर्खियों का कारण बना हुआ है। अब जिला आबकारी विभाग के अधिकारी के खिलाफ सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी मोर्चा खोल दिया है। कर्मचारियों ने जिला आबकारी अधिकारी पर अपने पद का गलत इस्तेमाल करते हुए उत्पीड़न का आरोप लगाया है। साथ ही विदेशी मदिरा की बड़कोट दुकान के आवंटन में सांठ-गांठ करते हुए सरकारी राजस्व को करीब पांच लाख का राजस्व नुकसान पहुंचाने का भी आरोप लगाया है। यहां तक कि सेवानिवृत्त होने के बाद एक कर्मचारी की पेंशन के कगाज रोककर परिवार को परेशान करने का भी आरोप है। 

इसके अलावा आबकारी विभाग की राजस्व से संबंधित महत्वपूर्ण पंजिकाओं पर अनाधिकृत व्यक्तियों को दी जा रही है। आरोप है कि जिला आबकारी अधिकारी की ओर से कर्मचारी को निलंबित करने की बार-बार धमकी दी जा रही है, जिससे वरिष्ठ सहायक सुरेंद्र आर्य तनाव में हैं। बेवजह परेशान करते हुए अभद्र व्यवहार का भी उन्होने आरोप लगाया। साथ ही कहा कि इस प्रकरण से सरकारी कार्य पर प्रभाव पड़ रहा है। सभी ने जिलाधिकारी के माध्यम से उच्च अधिकारियों पत्र लिख कर जिला आबकारी अधिकारी को तत्काल स्थानांतरित करने की मांग की है। ऐसा न होने पर उन्होंने खुद का स्थानांतरण जनपद से बाहर करने की मांग की है। 

वहीं, सहायक आबकारी आयुक्त प्रतिमा गुप्ता ने कहा, 'जब मैं इस जनपद में आयी थी तब मैंने पांच दुकानें आवंटित की हैं, जिससे प्रदेश को राजस्व प्राप्त हो सके। मैं अपनी ड्यूटी कर रही हूं और पूरी निष्ठा व ईमानदारी से करती रहूंगी। जो आरोप लगा रहे हैं वे पूरी तरह से निराधार हैं। कार्यालय में कर्मचारियों को केवल विभागीय कार्य के लिए बोला जाता है। कर्मचारी नियमावली के खिलाफ काम करने वाले अधिकारी कर्मचारियों की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी है।' 

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