भ्रष्टाचार पर तीखे प्रहार का अभियान जारी रहेगा : त्रिवेंद्र
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : टिहरी झील बनने के बाद अलग-थलग पड़े उत्तरकाशी जिले के 40 गांव
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : टिहरी झील बनने के बाद अलग-थलग पड़े उत्तरकाशी जिले के 40 गांवों की 45 हजार आबादी का इंतजार खत्म हुआ। सोमवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने झील पर बने सबसे बड़े आर्च ब्रिज का उद्घाटन किया। इस पुल को 52 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है। इस दौरान उन्होंने जिले में 11 विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं 28 योजनाओं का शिलान्यास भी किया।
राजकीय महाविद्यालय चिन्यालीसौड के नव निर्मित परिसर में आयोजित कार्यक्त्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि चिन्यालीसौड में करीब 150 करोड़ रुपये की योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया। यह इस बात का प्रतीक है कि केंद्र और राज्य सरकार की प्राथमिकता विकास है। उन्होंने फिर दोहराया कि भ्रष्टाचार छोटा हो या बड़ा बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कहा, अब तक भाजपा सरकार ने पाच सौ से अधिक भ्रष्टाचार के मामलों मुकदमा दर्ज करा दिया है। 50 से अधिक लोगों को जेल भेजा है। मुख्यमंत्री ने एलान किया कि भ्रष्टाचार पर तीखे प्रहार का अभियान जारी रहेगा।
उन्होंने प्रधानमंत्री को जन्म दिवस की बधाई देते हुए कहा कि चार साल में मोदी सरकार ने कई जन कल्याणकारी योजनाओं को शुरू किया। आयुष्मान भारत योजना शुरू होने जा रही है। यह योजना जन जन के स्वास्थ्य के लिए मील का पत्थर साबित होगी। उत्तराखंड आयुष्मान योजना नवंबर तक शुरू होगी। इस मौके पर सीएम ने पिरूल से बिजली उत्पादन के लिए लोगों को प्रेरित किया। इस अवसर पर जिला प्रभारी मंत्री एवं उच्च शिक्षा राज्य मंत्री धन सिंह रावत और यमुनोत्री के विधायक केदार सिंह रावत, सासद माला राज्ये लक्ष्मी शाह, जिला पंचायत अध्यक्ष जशोदा राणा, भाजपा जिलाध्यक्ष श्याम डोभाल, पूर्व जिलाध्यक्ष रामसुंदर नौटियाल, जिला महामंत्री हरीश डंगवाल, संदीप राणा पूर्व विधायक महावीर रागड़, पूर्व विधायक मालचंद, उत्तरकाशी के डीएम डॉ. आशीष चौहान, टिहरी की डीएम सोनिका भी मौजूद थीं।
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35 करोड़ से 52.75 करोड़ बढ़ी पुल की लागत
वर्ष 2012 में इस पुल के निर्माण के लिए 35 करोड़ स्वीकृत हुए थे। तकनीकी तौर पर अड़चनों की वजह पुल निर्माण की धनराशि में बढ़ोतरी होती गई, जिसके बाद 52.75 करोड़ में यह पुल बन पाया। इसके बाद भी धन अभाव के कारण पुल का सुरक्षात्मक कार्य अभी अधूरा है।
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तीस किमी घटी दूरी
वर्ष 2006-07 से टिहरी बाध की झील में दिचली-गमरी के लिए बने देवीसौड़ पुल के डूब जाने के बाद क्षेत्र के करीब 40 गाव अलग-थलग पड़ गए थे। पुल न होने के कारण इन ग्रामीणों को धरासू से होकर 30 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही थी।
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धनुषाकार है पुल
टिहरी झील के ऊपर चिन्यालीसौड़ में बना स्टील आर्च ब्रिज का आकार धनुष के जैसा है। 162 मीटर लंबा आर्च ब्रिज पर्यटकों को भी अपनी ओर आकर्षित करेगा। पुनर्वास विभाग के ईई सुबोध मैठानी कहते हैं कि स्टील आर्च ब्रिज खूबसूरत लगते हैं, साथ ही धनुषाकार के कारण ये पुल मजबूत माने जाते हैं। केवल इस तरह के पुलों का निर्माण करना काफी जटिल होता है।
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ये हुए लोकार्पण
-52.75 करोड़, चिन्यालीसौड ब्रिज
-1.68 करोड़, बनास से तप्तकुंड तक सड़क
-4.34 करोड़, भडकोट पुजार गाव मोटर मार्ग का डामरीकरण
- 2.43 करोड़, चिन्यालीसौड़ महाविद्यालय भवन निर्माण
-11.79 करोड़, डिडसारी के पास भागीरथी पर पैदल पुल का निर्माण
- 1.52 करोड़, ज्ञानसू से ज्ञाणजा मोटर मार्ग प्रथम फेज
-1.19 करोड़, किशनपुर संपर्क मोटर मार्ग का निर्माण
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प्रमुख शिलान्यास
-पुरोला कुफारा मोटर मार्ग का डामरीकरण हुआ सुधारीकरण, पुरोला में कमल नदी में सुरक्षा कार्य, पुरोला गुंदियाट गाव मोटर मार्ग का सुधारीकरण, पुजेली नेत्री मोटर मार्ग सुधारीकरण, पुरोला खलाड़ी मोटर मार्ग सुधारीकरण, मोरी उडार मोटर मार्ग का निर्माण, सारी से सिल्ला मोटर मार्ग निर्माण, जोगत से जोगत तल्ला मोटर मार्ग निर्माण, बनकोट मोटर मार्ग निर्माण, जोकाणी मोटर मार्ग निर्माण, चिलोट मोटर मार्ग निर्माण, जोगत मल्ला मोटर मार्ग निर्माण
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सीएम की घोषणाएं
- कुमार कोट- नागराजा मंदिर- कल्याणी गाव मोटर मार्ग, हरेथी- जिनेथ-पैंथर मोटर मार्ग, जगड़ गाव -सेम नागराजा मोटर मार्ग, अनोल से बगोड़ी -पुजारगाव मोटर मार्ग, रौंतल-मुड्किल मोटर मार्ग, सुनार गाव- भड़कोट-अनोल मोटर मार्ग, जानकी चट्टी रिंग रोड, ब्रह्मखाल- जसपुर -खरादी खनेड़ा मोटर मार्ग, जोगत दिचली मोटर मार्ग गमरी गाड़ जसपुर, राजकीय इंटर कॉलेज जिव्या कोट का नाम स्वर्गीय महिमानंद नौटियाल के नाम, महाविद्यालय ब्रहमखाल के भवन का निर्माण व महाविद्यालय का नाम स्वर्गीय अतर सिंह के नाम करने की घोषणा।