हवाई पट्टी को 'उड़ान' का इंतजार
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उड़ान योजना में देहरादून-पिथौरागढ
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उड़ान योजना में देहरादून-पिथौरागढ़-पंतनगर हवाई सेवा शुरू हो गई है, लेकिन चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर हवाई सेवा शुरू किए जाने का कोई प्रयास नहीं किया है। स्थिति यह है कि अभी चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी का काम अधूरा पड़ा है। एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) टावर तथा टर्मिनल का काम भी अभी पूरा नहीं हुआ है। हवाई पट्टी का काम कर रहे उत्तर प्रदेश निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर घनश्याम ¨सह के अनुसार अगर बजट समय पर मिला, तो अप्रैल 2019 तक हवाई पट्टी का अधूरा निर्माण पूरा हो पाएगा।
ढाई दशक पहले चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी का कार्य शुरू हुआ था। उस समय इस हवाई पट्टी की लंबाई 1165 मीटर थी तथा चौड़ाई 23 मीटर। लेकिन वर्ष 2013 तक इस हवाई पट्टी का कोई उपयोग ही नहीं किया गया। 2013 की आपदा के दौरान यहां हेलीकॉप्टर उतरने के अलावा वायु सेना का मालवाहक विमान सीजे-हरक्यूलिस को भी उतारा गया था। इसके बाद भी कई बार जांच करने आई टीमों ने ट्रायल के दौरान आई खामियां पाई गई, जिन्हें दूर करने के लिए नागरिक उड्डयन विभाग ने इस हवाई पट्टी के रन-वे को और चौड़ा करने सहित अन्य सुविधाओं को बढ़ाने का निर्णय लिया।
वर्ष 2013 में हवाई पट्टी के विस्तारीकरण के लिए 38 करोड़ का बजट स्वीकृत हुआ। कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश निर्माण निगम ने हवाई पट्टी के रन-वे को तीस मीटर चौड़ा बनाया। आधा-अधूरी पड़ी चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर 28 दिसंबर 2016 को सरकार ने कुछ दिन के लिए मुफ्त हवाई सेवा शुरू की। लेकिन, यह चुनावी सेवा कुछ दिन तक चली। पर अभी भी हवाई पट्टी का निर्माण आधा-अधूरा पड़ा है। हवाई सेवा के लिए रन-वे के अलावा टर्मिनल तथा एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) महत्वपूर्ण होते हैं। टर्मिनल का काम अभी अधूरा है। एक्सरे मशीन भी नहीं लग पाई है। एटीसी में अभी तक रडार नहीं लगा है। ये कार्य भी है अभी अधूरा
-एप्रोच रोड, अग्निशमन केंद्र, अलार्म सिस्टम, फ्रंट की बाउंड्री वॉल, तारबाड़, टैक्सी स्टैंड, रन-वे के दोनों ओर की लेव¨लग और ड्रेनेज सिस्टम।