चमोली और उत्तरकाशी में बनेगा भालू रेस्क्यू सेंटर
मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल सुशांत पटनायक का उत्तरकाशी वन प्रभाग का दो दिवसीय दौरा समाप्त हो गया। इस दौरान उन्होंने उत्तरकाशी वन प्रभाग के अंतर्गत भैरव घाटी के निकट लंका में प्रस्तावित विश्व के प्रथम हिम तेंदुआ संरक्षण केंद्र का निरीक्षण किया।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल सुशांत पटनायक का उत्तरकाशी वन प्रभाग का दो दिवसीय दौरा समाप्त हो गया। इस दौरान उन्होंने उत्तरकाशी वन प्रभाग के अंतर्गत भैरव घाटी के निकट लंका में प्रस्तावित विश्व के प्रथम हिम तेंदुआ संरक्षण केंद्र का निरीक्षण किया। साथ ही सिक्योर हिमालय परियोजना के तहत चयनित 14 ग्रामों के विभिन्न प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने चमोली और उत्तरकाशी के उच्च हिमालयी क्षेत्र में भालू रेस्क्यू सेटर बनाने की बात कही।
पटनायक ने ग्रामीणों को बताया कि वन विभाग लंगूरों और बंदरों की समस्या से निपटने के लिए एक मंकी रेस्क्यू केंद्र ऋषिकेश में बना रहा है। उनकी जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए उनका बांध्यकरण किया जाएगा। मुख्य वन संरक्षक ने कहा कि भालू की समस्या से निजात पाने के लिए वन विभाग आगरा के एक्सपर्ट से संपर्क कर रहा है। उच्च हिमालय क्षेत्र के जनपद उत्तरकाशी व चमोली में भालू रेस्क्यू केंद्र स्थापित करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजे जाएंगे। बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी उत्तरकाशी संदीप कुमार ने कहा कि सिक्योर हिमालय परियोजना के तहत कई अनूठी पहल की गई है। इसमें 100 युवाओं को पांच राज्यों से एक साल के लिए वॉलेंटियर के तौर पर कार्य दिया जाएगा। इस मौके पर गंगोत्री नेशनल पार्क के उपनिदेशक आरएन श्रीवास्तव, आरबी सिंह, हर्षिल प्रधान दिनेश रावत, धराली वन सरपंच दुर्गेश रावत आदि मौजूद थे।