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उत्‍तरकाशी में इन दिनों बढ़ गए हैं भालू के हमले, पढ़िए पूरी खबर Uttarkashi News

इन दिनों पहाड़ों में भालू के हमले बढ़ गए हैं। खेतों और आबादी क्षेत्र के निकट भालू ग्रामीणों और मवेशियों पर हमला कर रहा है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ठंड व बर्फबारी से भालू व अन्य वन्य जीव आबादी से जुड़े निचले इलाकों में प्रवास के लिए आ जाते हैं।

By Sunil NegiEdited By: Published: Tue, 10 Nov 2020 09:54 AM (IST)Updated: Tue, 10 Nov 2020 09:54 AM (IST)
उत्‍तरकाशी में इन दिनों बढ़ गए हैं भालू के हमले, पढ़िए पूरी खबर Uttarkashi News
इन दिनों पहाड़ों में भालू के हमले बढ़ गए हैं। आए दिन ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं

उत्तरकाशी, जेएनएन। इन दिनों पहाड़ों में भालू के हमले बढ़ गए हैं। आए दिन ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं। खेतों और आबादी क्षेत्र के निकट ही भालू ग्रामीणों और मवेशियों पर हमला कर रहा है। दरअसल, शीतकाल में ये घटनाएं हर वर्ष पहाड़ों में बढ़ जाती हैं। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ठंड व बर्फबारी से भालू व अन्य वन्यजीव आबादी से जुड़े निचले इलाकों में प्रवास के लिए आ जाते हैं। ऐसे में इन इलाकों में मानवीय गतिविधि होने के कारण अक्सर वन्य जीव संघर्ष होने की आशंका बढ़ जाती है।

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सितंबर 2020 से लेकर 10 नवंबर 2020 तक उत्तरकाशी जनपद में भालू के हमले की आठ घटनाएं हो चुकी हैं। लगातार बढ़ रही घटनाओं के कारण ग्रामीण भालू के आतंक से भयभीत भी हैं।शीतकाल में ऊपरी क्षेत्रों में ठंड बढ़ जाती है। साथ ही चोटियां बर्फ से ढक जाती है। शीतकाल में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में वन्य जीवों के लिए भोजन की कमी पड़ती है। उत्तरकाशी वन प्रभाग के डीएफओ दीप चंद आर्य ने बताया कि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भालू जंगली फलों पर अधिक निर्भर रहता है।

शीतकाल में फलों की कमी होती है तो भालू आबादी वाले क्षेत्रों के निकट फल खाने के लिए आ जाते हैं। उन्होंने बताया कि जब कोई ग्रामीण अकेले घास लकड़ी के लिए जाते हैं और अचानक भालू दिख जाए तो भालू हमला कर देता है। यह भालू आपने बचाव के लिए करता है। भालू के हमले की स्थिति तब भी अधिक होती है जब मादा भालू अपने बच्चों के साथ हो तथा उसके निकट कोई इंसान आ जाए। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि इन दिनों जंगल और खेतों में सतर्कता से जाए तथा समूह में जाएं।

उत्तरकाशी जनपद में भालू के हमले की घटनाएं

  • वर्ष 2016 में नौ ग्रामीणों को घायल किया तथा चार पशुओं को मारा । (दस घटनाएं)
  • वर्ष 2017 में आठ ग्रामीणों पर भालू ने हमला किया । ( आठ घटनाएं)
  • वर्ष 2018 में पांच ग्रामीणों को घायल किया, तीन पशुओं को मारा । ( सात घटनाएं)
  • वर्ष 2019 में तीन ग्रामीणों को घायल किया । (तीन घटनाएं)
  • वर्ष 2020 में अभी तक छह ग्रामीणों को घायल कर दिया है तथा दो मवेशियों को मार डाला है। ( आठ घटनाएं)

 भालू के हमले में महिला घायल

 बाडाहाट रेंज के सैंज गांव में सोमवार की शाम को एक महिला पर भालू ने हमला किया है। जिसमें महिला गंभीर रूप से घायल हुई है । घायल महिला को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। भटवाड़ी ब्लाक क्षेत्र में गंगोत्री हाईवे से जुडो सैंज गांव की शैलेंद्री देवी गांव की दो महिलाओं के साथ घास के लिए गांव के निकट खेतों में गई। उसी दौरान खेतों के पास झाड़ियों में छुपे भालू ने शैलेंद्री देवी पर हमला कर दिया।साथ में गई महिलाओं ने हल्ला किया तथा भालू को भगाने का प्रयास किया। जिसके बाद भालू वहां से भागकर पास की झाड़ियों में छिपा।

सैंज गाँव निवासी एवं डीपीसी सदस्य अरविंद नेगी ने बताया कि घायल महिला का उपचार जिला अस्पताल उत्तरकाशी में चल रहा है । लेकिन गांव में भालू के आतंक से ग्रामीण भयभीत हैं । उन्होंने भालू के आतंक से निजात दिलाने के लिए बाडाहाट रेंज अधिकारी रविंद्र पुंडीर से बात की है ।

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