चीन सीमा पर युद्धाभ्यास करेगी सेना और वायुसेना, परखेंगे ताकत
एयर मार्शल डीएस रावत ने हवाई पट्टी का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि इसी माह के अंत में यहां सेना और वायु सेना संयुक्त युद्धाभ्यास करेंगे।
उत्तरकाशी, [जेएनएन]: सामरिक दृष्टि से संवेदनशील उत्तराखंड में चीन सीमा को लेकर सेना और वायु सेना पूरी तरह से चौकस हैं। इन दिनों उत्तरकाशी की नेलांग घाटी में सेना और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) का संयुक्त युद्धाभ्यास जारी है, वहीं वायु सेना ने भी सोमवार को चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर अभ्यास किया। वायु सेना के जवानों के अभ्यास के अंतिम दिन एयर मार्शल डीएस रावत ने हवाई पट्टी का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि 'इसी माह के अंत में यहां सेना और वायु सेना संयुक्त युद्धाभ्यास करेंगे।'
सोमवार को एयर मार्शल डीएस रावत ने चमोली और उत्तरकाशी में हेलीकॉप्टर से भारत-चीन सीमा का जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने वायु सेना के अफसरों और जवानों से अभ्यास के बारे में जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने हवाई पट्टी का निरीक्षण भी किया। अनौपचारिक बातचीत में उन्होंने कहा कि हवाई पट्टी उड़ान के लिए ठीक है।
वायु सेना का भारी माल वाहक विमान यहां तीन-चार बार सफल लैंडिंग करने के साथ ही उड़ान भी भर चुका है। उन्होंने कहा कि सामरिक दृष्टि से यह हवाई पट्टी बेहद महत्वपूर्ण है और सभी परीक्षण सफल रहे हैं।
यहां से चीन सीमा काफी नजदीक है। उल्लेखनीय है कि 28 सितंबर से वायु सेना चिन्यालीसौड़ में अभ्यास कर रही थी। सोमवार को इसका समापन हो गया। दूसरी ओर 15 सितंबर को नेलांग घाटी में सेना और आइटीबीपी का संयुक्त युद्धाभ्यास अभी जारी है यह
15 अक्टूबर तक चलेगा।
इन दिनों सेना उत्तराखंड पर फोकस कर रही है। पिछले दिनों माह रानीखेत में अमेरकिा और भारत की सेनाओं ने भी संयुक्त अभ्यास किया था।
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