गंगोत्री से 11 दिन में केदारनाथ पहुंचा पर्यटक दल, बोले रोमांच भरी रही ट्रैकिंग
गंगोत्री से मुंबई के चार पर्यटकों सहित 11 लोगों का दल 11 दिन में केदारनाथ पहुंचा। इस सीजन में गंगोत्री से केदारनाथ पहुंचने वाला यह दूसरा दल है। दल को 80 किमी बर्फ में ही चलना पड़ा।
उत्तरकाशी, जेएनएन। गंगोत्री हिमालय के प्रमुख ट्रैकिंग रूट में शामिल उड़नकोल ट्रैक से मुंबई के चार पर्यटकों सहित 11 लोगों का दल 11 दिन में केदारनाथ पहुंचा। भारी बर्फबारी होने के कारण इस दल को दो दिनों तक खतलिंग ग्लेशियर में फंसा रहना पड़ा। मौसम साफ होते ही दल आगे बढ़ा और केदारनाथ पहुंचा। इस सीजन में गंगोत्री से केदारनाथ पहुंचने वाला यह दूसरा दल है। इस दल को 80 किलोमीटर केवल बर्फ में ही चलना पड़ा। इससे पर्यटकों के लिए यह ट्रैक काफी रोमांच भरा रहा है।
स्नो स्पाइडर ट्रैकिंग एंड माउंटेनियरिंग के संचालक भागवत सेमवाल ने बताया कि स्नो स्पाइडर ट्रैकिंग एंड माउंटेनियरिंग के तत्वावधान में पर्यटकों ने यह ट्रैक सफलतापूर्वक पूरा किया है। इस ग्रुप में सॉप्टवेयर इंजीनियर महेश श्रीनिवासन, कृतिका महेश, अकाउंटेंट जयंत घोसर तथा हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. श्रीनिवासन एल शामिल थे। ये चारों पर्यटक मुंबई के हैं। दल में शामिल महेश श्रीनिवासन ने बताया कि 10 जून को वे गंगोत्री से चले। गंगोत्री से होते हुए भोज खर्क, केदार खर्क, पतंगनी धार को पार करते हुए रुद्रगैरा, एडवांस बेस कैंप, उड़नकोल बेस पहुंचा। 15 जून की सुबह उड़नकोल पास करने के लिए निकले। दोपहर में जैसे ही 5600 मीटर की ऊंचाई पर स्थिति उड़नकोल दर्रे को पार करते समय बर्फबारी शुरू हुई। किसी तरह से रात आठ बजे वे खतलिंग ग्लेशियर के निकट पहुंचे।
16 जून और 17 जून को लगातार बर्फबारी होती रही। इसके कारण दो दिनों तक उन्हें खतलिंग ग्लेशियर में फंसना पड़ा। 18 जून को उन्होंने किसी तरह से खतलिंग ग्लेशियर पार किया। इसके बाद चौकी, मसारताल, मयाली पास, बासूकीताल होते हुए 21 जून को केदारनाथ पहुंचे।
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