श्रमिकों के खुले में शौच मामले की होगी जांच
जागरण संवाददाता रुद्रपुर बीते तीन साल से खुले में शौच कर रहे एक हजार श्रमिकों की खबर ज
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर: बीते तीन साल से खुले में शौच कर रहे एक हजार श्रमिकों की खबर जागरण में छपने के बाद प्रशासन जाग गया है। सहायक श्रमायुक्त ने मौके पर जाकर निरीक्षण करने का निर्देश दिया है। जिसमें ठेकेदार की लापरवाही मिलने पर आर्थिक दंड लगाया जाएगा।
जिला मुख्यालय में विकास भवन व कलक्ट्रेट के पास खुले में शौच का मामला जागरण में 25 फरवरी के अंक में प्रकाशित हुआ। जिसमें स्टेडियम के समीप बन रहे इएसआई के अस्पताल के काम में जुटे श्रमिकों के लिए शौचालय नहीं बनाए गए हैं। जिस कारण करीब एक हजार मजदूर बीते तीन साल से स्टेडियम के बगल ही खुले में शौच को मजबूर हैं। ओडीएफ घोषित जिले में मुख्यालय में ही यह मामला देखकर डीएम नीरज खैरवाल ने मामले की जांच का निर्देश दिया था। जिसके बाद शनिवार को सहायक श्रमायुक्त उम्मेद सिंह चौहान ने जांच के निर्देश निरीक्षक अनिल सिंह पुरोहित को दिया है। एएलसी ने बताया कि जिस कार्यस्थल पर 50 से अधिक श्रमिक कार्यरत हों वहां पर शौचालय की व्यवस्था आवश्यक है। ऐसे में लापरवाही मिलने पर जुर्माने के साथ जेल भी हो सकती है। जिसका निर्धारण सीजेएम की कोर्ट में होता है। ---वर्जन--- खुले में शौच मामले की जांच की जाएगी। जिसके लिए इंस्पेक्टर को निर्देश दिया गया है। मौके पर जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। मजदूरों के साथ ठेकेदार का पक्ष भी सुना जाएगा।
-उम्मेद सिंह चौहान, एएलसी, ऊधमसिंह नगर