Move to Jagran APP

खेत की मिट्टी पसंद आई तो चुन ली कबड्डी

पिता के साथ खेत पर जाना एक बहाना था, क्योंकि खेत की मिट्टी और उसकी सुगंध पसंद थी। इसीलिए खेल के लिए कबड्डी चुन ली।

By JagranEdited By: Published: Mon, 12 Nov 2018 06:29 PM (IST)Updated: Mon, 12 Nov 2018 06:29 PM (IST)
खेत की मिट्टी पसंद आई तो चुन ली कबड्डी
खेत की मिट्टी पसंद आई तो चुन ली कबड्डी

संवाद सहयोगी, रुद्रपुर : पिता के साथ खेत पर जाना एक बहाना था, क्योंकि खेत की मिट्टी और उसकी खुशबू से रुबरू होना था। बचपन में भाई और दोस्तों के साथ कबड्डी खेलते-खेलते कब इसे अपना लक्ष्य बना लिया पता ही नहीं चला। यह बात हरिद्वार कबड्डी टीम के खिलाड़ी अमित ने कही। उनकी टीम में कई खिलाड़ी पुलिस और पीएसी में कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि विभाग से खेल के लिए परमिशन मिलने पर प्रतिभा दिखाने का मौका मिला।

loksabha election banner

सोमवार को सेमीफाइन के पहले मुकाबले में हरिद्वार ने ऊधम¨सह नगर को 40-30 से हराया। इस टीम में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले अमित और सुमित कुमार पुलिस विभाग में सेवाएं दे रहे हैं। इनके पिता किसान और मां गृहणी हैं। अमित अब तक इंडिया कैंप सहित कई प्रतिस्पद्र्धाओं में मेडल जीत चुके हैं। वहीं सुमित दो बार ऑल इंडिया पुलिस टीम का नेतृत्व कर चुके हैं। उनका लक्ष्य देश का नाम रोशन करना है। इनसेट-

कबड्डी बचपन से ही खेल रहे हैं। पहली बार अपने ही राज्य में ओलंपिक खेलने का मौका मिला है। सरकार को खेलों के प्रति प्रोत्साहित करने की जरूरत है। आने वाले समय में कबड्डी में अपना देश आगे रहेगा। बस थोड़ा सपोर्ट की आवश्यकता है।

- अमित, हरिद्वार नौ वर्ष की आयु में ही दोस्तों को देख कबड्डी खेलना शुरू किया। 2010 में स्पोर्ट ने ही आगे बढ़ने का मौका दिया। जब भी कोई प्रतियोगिता होती है, उसमें शामिल होने की पूरी कोशिश रहती है। कई खेल उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं। इन्हें बढ़ावा देने की जरूरत है।

- सुमित, हरिद्वार


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.