हत्यारी व खेड़ी नदी को मिला जल-जीवन
जागरण संवाददाता रुद्रपुर विलुप्ति के कगार पर खड़ी हत्यारी व खेड़ी नदियों के समस्या निवार
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : विलुप्ति के कगार पर खड़ी हत्यारी व खेड़ी नदियों के समस्या निवारण को साझा प्रयत्न किया जा रहा है। जिसमें स्वजल विभाग के साथ अशोक लेलैंड व हिदुजा फाउंडेशन कार्य कर रहे हैं। सिडकुल क्षेत्र की इन दो नदियों को नवजीवन देने के लिए तीन साल का जल-जीवन कार्यक्रम की शुरुआत की गई है, जिसमें कूड़े की समस्या से मुक्ति के साथ ही साफ पानी मिल सकेगा।
जिला मुख्यालय के सिडकुल स्थित अशोक लेलैंड कंपनी के पास ही हत्यारी व खेड़ी नदियां हैं, जिसमें आसपास के लोग कूड़ा फेंकते हैं। इससे नदी प्लास्टिक व कूड़े से पटकर विलुप्त होने के कगार पर पहुंच गई है। नदियों को नया जीवन देने के लिए ही जल-जीवन कार्यक्रम अशोक लेलैंड व स्वजल विभाग की ओर से शुरू किया गया है। ठोस-द्रव अपशिष्ट प्रबंधन कार्यक्रम में इसे गति दी जा रही है। स्वजल प्रबंधक हिमांशु जोशी ने बताया कि नदियों में मौजूद कचरे को साफ कर रिसाइकिल किया जाएगा। वहीं पास में मौजूद छतरपुर व जयनगर के ग्रामीणों के कचरे का निपटारा भी किया जाना है।
-------------
तीन साल तक होगा निवारण
रुद्रपुर: जल जीवन कार्यक्रम तीन साल तक चलेगा। जिसमें अप्रैल 2019 से 2022 तक कार्य होना है। अशोक लेलैंड के एचआर अधिकारी सुनील पेटवाल ने बताया कि नदी के भीतर व ग्रामीणों के घरों से निकलने वाले कूड़े को रोज एकत्र किया जाएगा। जिसे हल्द्वानी स्थित निवारण नामक रिसाइकिल प्लांट में भेजा जाएगा। बताया कि छतरपुर व जयनगर के करीब तीन हजार ग्रामीणों को नीले व हरे रंग का कूड़ेदान दिया गया है। जिसमें वह कूड़ा डालेंगे। जबकि एक वाहन के जरिए उसे रोज एकत्र कर लिया जाएगा।
------------
ठोस-द्रव अपशिष्ट प्रबंधन में जल-जीवन कार्यक्रम शुरू किया गया है। जिसमें दो नदियों की स्वच्छता के साथ ही ग्रामीणों को भी जोड़ा जा रहा है। गांव के आठ लोगों को रोजगार भी दिया जा रहा है।
-हिमांशु जोशी, परियोजना प्रबंधक, स्वजल, ऊधमसिंह नगर