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साइलेंट था वोटर, नहीं दी भाजपा को ठोकर

निकाय चुनाव से ठीक पहले भाजपा का विरोध भले ही सिर चढ़कर बोला हो लेकिन उसे मतदाताओं ने अंतत: स्वीकार किया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Nov 2018 05:30 AM (IST)Updated: Thu, 22 Nov 2018 05:30 AM (IST)
साइलेंट था वोटर, नहीं दी भाजपा को ठोकर
साइलेंट था वोटर, नहीं दी भाजपा को ठोकर

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : निकाय चुनाव से ठीक पहले भाजपा का विरोध भले ही सिर चढ़कर बोल रहा था, लेकिन मतदाता उससे दूरी नहीं बनाए पाए। भाजपा का काडर वोट पार्टी से नहीं खिसका। विरोध की सारी आशंकाएं मतदाताओं ने खारिज कर दीं और भाजपा प्रत्याशी के सिर जीत का सेहरा सजा। वहीं कांग्रेस की मेहनत काम नहीं आई। विरोध की हवा के बीच उसे फायदा नहीं मिला।

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नजूल इस चुनाव में बड़ा मुद्दा था। मालिकाना हक की लड़ाई कोर्ट के आदेश के साथ ही शुरू हुई। यहां 40 में से 30 वार्ड प्रभावित हो रहे थे, ऐसे में भाजपा के खिलाफ माहौल बनता गया। स्थिति यहां तक पहुंची कि कैबिनेट मंत्रियों के साथ ही मुख्यमंत्री और स्टार प्रचारक संगीत सोम तक की सभा करानी पड़ी। वहीं कांग्रेसी इसे भुनाने में लगे थे। उनका मानना था कि भाजपा से छिटके वोटों का फायदा जरूर मिलेगा। मतगणना से ठीक पहले तक भाजपाइयों के चेहरे इस वोट बैंक के खिसकने की आंशका में मुरझाए हुए थे। वहीं मतगणना के बाद कांग्रेसियों के चेहरे मुरझा गए। उनकी उम्मीदों को जोरदार झटका ल इनसेट- काम आई सीएम और सोम की सभा

रुद्रपुर : रुद्रपुर में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत और स्टार प्रचारक संगीत सोम की सभा भाजपा प्रत्याशी रामपाल के लिए वरदान बन गई। सभा में मुख्यमंत्री का आश्वासन लोगों पर पकड़ बना गया। इनसेट---

चुनानी मैनेजमेंट के जरिये भी घेरा

रुद्रपुर : निकाय चुनाव के लिए बनी भाजपा की कोर कमेटी में शहर के दिग्गज शामिल थे। पूर्व दर्जा मंत्री उपेंद्र चौधरी को लगाया गया था, जिन्होंने भी यहां घेराबंदी की। वहीं अतिक्रमण टूटने से नाराज व्यापारियों को गुरमीत ¨सह ने समझाया। डॉक्टर्स की एक लॉबी जिसमें डॉ. प्रदीप अदलखा भी शामिल थे। संगठन की दृष्टि से सुरेश परिहार दिक्कतों को दूर कर रहे थे। वहीं कुछ लोग साइलेंट होकर चुनाव लड़ा रहे थे। सभी को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इसके जरिये ये लोग प्रत्याशी को जिताने में सफल रहे। वर्जन---

पूरा भरोसा था कि लोग हमारी बात समझेंगे। प्रदेश में भाजपा की सरकार है और नजूल पर मालिकाना हक भाजपा ही दिला सकती है। अब पूरी कोशिश होगी कि सरकार इस दिशा में प्रयास करें और लोगों को जल्द राहत मिल सके।

-शिव अरोरा, जिलाध्यक्ष, भाजपा वर्जन-

नजूल की समस्या भाजपा की ही देन है। कांग्रेस शासनकाल में इसके लिए पॉलिसी बनी थी, जिसे भाजपा सरकार ने निरस्त कर दिया। ऐसा नहीं है कि लोग कुछ समझते नहीं हैं। विपक्ष में रहते हुए भी हमारी कोशिश होगी कि लोगों को राहत मिले।

-जगदीश तनेजा, महानगर अध्यक्ष, कांग्रेस


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