नजूल पर फिजूल में हंगामा, बरसे वोट
लोकतंत्र के पर्व पर नजूल का विरोध आड़े नहीं आया। रम्पुरा, मुख्य बाजार में बंपर वोटिंग हुई।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : लोकतंत्र के पर्व पर नजूल का विरोध आड़े नहीं आया। रम्पुरा, मुख्य बाजार और ट्रांजिट कैंप में बंपर पो¨लग हुईं। इससे प्रत्याशियों और समर्थकों के चेहरे खिल उठे। विरोध के बीच बंपर पो¨लग का फायदा किसे होगा, यह तो वक्त ही बताएगा।
बता दें कि शहर के चालीस में से तीस वार्ड नजूल पर हैं। इनमें मालिकाना हक न मिलने से लोगों में गुस्सा था। कई वार्डों में तो फलैक्स और बैनर के साथ ही तख्तियां तक टांग दी गई थीं। नेताओं के घुसने पर रोक के साथ ही चुनाव के बहिष्कार तक का ऐलान था। खासकर भाजपा और कांग्रेस इसको लेकर काफी ¨चतित थे। विधायक राजकुमार ठुकराल को भी लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ा था। रम्पुरा से तो उन्हें उल्टे पांव लौटना पड़ा था। यहां तक कि भाजपा के स्टार प्रचारक संगीत सोम की सभा तक रम्पुरा में चौरासी घंटा मंदिर के पास नहीं होने दी गई। बाद में इस सभा को भूतबंगला शिफ्ट करना पड़ा। दोनों ही दलों ने लोगों को मनाने के लिए खासा मेहनत की थी, लेकिन विरोध के आगे इस मेहनत पर पानी फिरता दिख रहा था। रविवार को प्रत्याशियों के चेहरे सुबह आठ बजे तब खिल उठे, जब इन क्षेत्रों में पो¨लग बूथ पर लोगों की भीड़ जमा हुई। बता दें कि रम्पुरा और ट्रांजिट कैंप भाजपा का गढ़ माने जाते हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ¨सह रावत से लेकर भाजपा सरकार में वित्त मंत्री प्रकाश पंत और शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक तक विरोध के स्वर थामने को यहां सभाएं कर चुके हैं। क्योंकि इन क्षेत्रों में भाजपा के बागी दिलीप अधिकारी की ओर से गरीब बस्ती बचाओ संघर्ष समिति ने भी कुछ पार्षद प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं, इसलिए माना जा रहा है कि पार्टी को ऐसे क्षेत्रों में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।