US Nagar News: लापरवाही की भेंट चढ़ी सरसों की फसल, जिम्मेदार बेखबर; 11 हेक्टेयर में लगाई गई थी लाही की फसल
गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की भूमि पर लगे कई हेक्टेयर लाही की खड़ी फसल लापरवाही की भेंट चढ़ गई। करीब 10 दिन पहले खेतों से कटाई के बाद आधी-अधूरी थ्रेसरिंग कर शेष खेत में ही छोड़ दिया गया जिससे दाने खुद ही चिटक कर बाहर गिरने लगे।
पंतनगर, जागरण टीम: गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की भूमि पर लगे कई हेक्टेयर लाही की खड़ी फसल लापरवाही की भेंट चढ़ गई। करीब 10 दिन पहले खेतों से कटाई के बाद आधी-अधूरी थ्रेसरिंग कर शेष खेत में ही छोड़ दिया गया, जिससे दाने खुद ही चिटक कर बाहर गिरने लगे। जो शेष थे, वह बारिश ने पूरी तरह से बर्बाद कर दिया। मगर जिम्मेदार बेखबर हैं।
विवि फार्म के एन ब्लाक और पी-क्यू ब्लाक में करीब 11 हेक्टेयर में लाही की फसल लगाई गई थी। इसमें एन ब्लाक के 8.2 हेक्टेयर में लगी फसल 10 मार्च को फार्म के मजदूरों से कटाई का कार्य पूर्ण कर लिया गया था।
24 फरवरी को विश्वविद्यालय फार्म के हल्दी एवं बेनी प्रक्षेत्रों पर गेहूं एवं लाही फसल की थ्रेसिंग के लिए टेंडर निकाला गया था, जिसका टेंडर 11 मार्च को हुआ। टेंडर होने के 10 दिन बाद भी फसल खेत में ही पड़ी रही।
बरसात होने के एक दिन पहले यानी रविवार को एन ब्लाक की कटी लाही की फसल की थ्रेसरिंग हो गई थी, शेष की नहीं की जा सकी। इसके अलावा पी क्यू ब्लाक में 3.8 हेक्टेयर भूमि में लगी लाही फसल तैयार होने के बाद भी कटाई नहीं हुई। इससे दाने जमीन पर चिटककर गिर गए हैं।
तराई में सोमवार व मंगलवार को हुई बारिश से फसल खराब हो गई। बताया जा रहा है कि करीब सौ क्विंटल लाही की फसल बर्बाद हुई है। इससे विवि प्रशासन को लाखों रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। हैरानी है कि फसल की कटाई व नुकसान की जानकारी जिम्मेदारों को नहीं है।
पंत विवि के ऑपरेशन फार्म जीएम डाॅ. डीसी बचखेती ने बताया कि मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। इसके बारे में सीजीएम फार्म ही जानकारी दे सकते हैं।
पंत विवि के सीजीएम फार्म डाॅ. जयंत सिंह ने बताया कि लाही फसल नुकसान होने के बारे में जानकारी नहीं है। फसल का जायजा लिया जाएगा। इसके बाद ही पता चल पाएगा।