बेरोजगार युवाओं ने किया प्रदर्शन
फॉरेस्ट गार्ड परीक्षा में धांधली को लेकर बेराजगार युवाअें ने प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी, काशीपुर : उत्तराखंड के फॉरेस्ट गार्ड परीक्षा में धांधली के लिए प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए परीक्षाíथयों ने मंगलवार को जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। जुलूस के रूप तहसील पहुंचे परीक्षाíथयों ने उपजिलाधिकारी सुंदर लाल तोमर को ज्ञापन सौंपकर फॉरेस्ट गार्ड परीक्षा को रद कर सौ दिन के भीतर दोबारा परीक्षा कराने की मांग की। ऐसा नहीं करने पर उन्होंने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।
उपजिलाधिकारी को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि फॉरेस्ट गार्ड की उक्त परीक्षा को रद करके 100 दिनों के अंदर दोबारा परीक्षा कराने और परीक्षा माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई करने व अपर निजी सचिव में मान्यता प्राप्त संस्थान का एक वर्षीय कम्प्यूटर प्रमाण पत्र की बाध्यता खत्म करके सभी परीक्षाíथयों को मुख्य परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाए। छात्रों ने कहा कि उत्तराखंड में हुई फॉरेस्ट गार्ड परीक्षा में माफियाओं का बोलबाला रहा है। ज्ञापन में कहा कि उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग ने अपर निजी सचिव 2017 की मुख्य परीक्षा से 2043 परीक्षाíथयों को मुख्य परीक्षा देने से वंचित किया तथा 122 पदों के सापेक्ष मात्र 153 परीक्षार्थी को मान्य ठहराया गया। उन्होंने मांग कि उस कम्प्यूटर प्रमाण पत्र की बाध्यता को समाप्त कर सभी परीक्षाíथयों को मुख्य परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाये। ज्ञापन सौंपने वालों में जिला पंचायत सदस्य हरदीप सिंह हैरी, योगेश कुमार, अरूण तिवारी, रंजीत सिंह, शकील अहमद, रंजीत, नाजिम हुसैन, दिवाकर तिवारी, ज्ञानेंद्र रावत, मोहन जोशी, राकेश रावत, पवन राजदान, मोहित तिवारी, जीवन चंद्र जोशी, हरगोविंद सिंह, राकेश मौर्या, दीपक पांडे व दीवान चंद आदि तमाम युवा शामिल रहे।