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दो मरीजों का एक दिन में दो बार कर दिया डायलिसिस

-किडनी रोग विशेषज्ञ नहीं है एमपी मेमोरियल में राजेश शर्मा काशीपुर अटल आयुष्मान योजन

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Sep 2019 11:30 PM (IST)Updated: Sun, 22 Sep 2019 06:38 AM (IST)
दो मरीजों का एक दिन में दो बार कर दिया डायलिसिस
दो मरीजों का एक दिन में दो बार कर दिया डायलिसिस

-किडनी रोग विशेषज्ञ नहीं है एमपी मेमोरियल में

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राजेश शर्मा, काशीपुर: अटल आयुष्मान योजना के तहत फर्जी दस्तावेज तैयार कर मरीजों को भर्ती दिखाकर धोखाधड़ी करने के आरोप में चर्चा में आए काशीपुर के एमपी मेमोरियल हॉस्पीटल में न किडनी रोग विशेषज्ञ है, इसके बाद भी हॉस्पीटल में दो मरीजों का एक दिन में दो बार डायलिसिस करा दिया गया। जो असंभव है। नियमानुसार 24 घंटे में एक बार किडनी के मरीज का एक ही बार डायलिसिस होता है।

रामनगर रोड स्थित डा. संतोष श्रीवास्तव के एमपी मेमोरियल हॉस्पीटल जब अटल आयुष्मान उत्तराखंड राज्य स्वास्थ्य अभिकरण की जांच की जद में आया तो पता चला कि हॉस्पीटल का संचालक एमबीबीएस हैं। उनके पास रसिया की एमडी की डिग्री है जो मेडिकल काउंसिल से मान्यता प्राप्त नहीं है। इतना ही नहीं हॉस्पीटल में आइसीयू में कुल 10 मरीजों को भर्ती करने की क्षमता है। जबकि नियमों को ताक पर रखकर 11 से 20 मरीजों का आइसीयू में उपचार करना दर्शाया गया। अस्पताल में डायलिसिस की सुविधा तो है लेकिन किडनी रोग विशेषज्ञ नैफ्रोलाजिस्ट नहीं है। जांच में 22 मरीज ऐसे पाए गए, जिनका डिस्चार्ज के बाद प्री आइडेंटीफीकेशन किया गया। जांच में यह भी पाया गया कि 22 फरवरी 2019 से 14 मई 2019 तक भर्ती मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल द्वारा कुल 6,50,300 क्लेम का दावा किया गया। जिसमें से हॉस्पीटल द्वारा अभिकरण से कुल 3,70,700 रुपए का क्लेम ले लिया गया। फर्जीवाडे़ का शक होने पर अटल आयुष्मान उत्तराखंड राज्य स्वास्थ्य अभिकरण ने हॉस्पीटल को कुल 2,79,600 रुपए के क्लेम का भुगतान रोक दिया गया।

हद तो जब हो गई जब जांच में पता चला कि एमपी मेमोरियल हॉस्पीटल में 85 केस ऐसे पाए गए , जिनमें मरीजों को जितने दिनों के भर्ती रखा गया। उससे अधिक दिनों तक उन मरीजों को ऑन लाइन भर्ती दिखाकर धनराशि का क्लेम का दावा किया गया। इतनी शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए अभिकरण ने 31 अगस्त को एमपी मेमोरियल हॉस्पीटल की अटल आयुष्मान योजना से सूचीबद्धता तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई। करीब 15 दिन पूर्व कोतवाली पुलिस ने इस मामले की रिपोर्ट का जिम्मा कटोराताल चौकी पुलिस को सौंपा। शनिवार को आरोपित चिकित्सक के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया गया। मामले की विवेचना वरिष्ठ उपनिरीक्षक विनोद जोशी कर रहे हैं।


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