देश के सूक्ष्म तथा व्यापक व्यवस्था को बनाना होगा मजबूत : डॉ. विश्वपति
रुद्रपुर में इंटरनेशनल वेबिनार के दौरान नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. विश्वजीत ने रखे अहम विचार।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : इंटरनेशनल वेबिनार के दौरान नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. विश्वजीत त्रिपाठी ने कहा कि देश के सूक्ष्म और व्यापक सभी प्रकार की व्यवस्थाओं को सुधारना हमारा मुख्य उद्देश्य होना चाहिए। इकोनॉमी को मजबूत करना है। वर्तमान में कोविड से लड़ाई के लिए लीडरशीप अच्छी मिली है, हमें भी सहयोग करना होगा। इससे इस महामारी से हर संभव लड़ाई लड़ी जा सके। स्वालंबन की ओर बढ़ने की आवश्यकता है, जिससे चाइनीज और अन्य देशों की वस्तुओं की अपेक्षा स्वदेशी वस्तुओं का प्रयोग करने से हर प्रकार से लाभ होगा।
सरदार भगत सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में कोविड-19 पॉलिसी मेजर फॉर प्रीवेंटिग करंट एंड फ्यूचर फॉलआउट विषय पर दो दिवसीय इंटरनेशनल विनर का शुभारंभ प्राचार्य तथा आयोजक निदेशक प्रोफेसर केके पांडे ने किया। मुख्य अतिथि के रूप में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने इस महामारी में देश किस दौर से गुजर रहा है इस संदर्भ में विचार रखें। मुख्य वक्ता के रूप में नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ विश्वपति त्रिवेदी ने कहा कि सिर्फ बड़े-बड़े लोगों को जेल में बंद करने से व्यवस्था मजबूत नहीं होगी। भ्रष्टाचार पर लगाम लगे। गरीब लोगों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने वेबिनार से प्राप्त होने वाले मुख्य सुझावों को उच्च स्तरीय कमेटी तक ले जाने की बात कही। वहीं विदेशी वक्ता के रूप में प्रोफेसर एनसी पांडा ने बताया कि यह परिस्थिति कष्टकारी तो है पर इंसान अपने हाथ मनोबल से इन परिस्थितियों पर विजय पा सकता है। अमेरिका के जाने-माने मनोवैज्ञानिक तथा वक्ता प्रोफेसर दिवाकर शुक्ला ने बताया कि इस महामारी का सीधा असर इंसान की मनोस्थिति पर हुआ है। इसलिए धैर्य से काम लें। अपने कार्य पर फोकस करें। वेबिनार की संयोजक डॉ रेनू मिश्रा ने प्रथम सत्र के सभी मुख्य वक्ताओं तथा उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत, डॉ बहादुर सिंह बिष्ट, उच्च शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष निदेशक कुमकुम रौतेला, विजय सोनकर शास्त्री, शैलेंद्र सिंह का आभार व्यक्त किया। साथ ही बताया कि विभिन्न देश विदेश से लगभग 18 हजार लोगों ने इन वक्ताओं के महत्वपूर्ण सुझावों को साझा किया। आज तीन जून को सुबह 11 बजे से वेबिनार का तीसरा सत्र प्रारंभ होगा।