बाजपुर में सबकुछ तबाह करके ही शांत हुई आग
बाजपुर में हांडा घाट के नजदीक बनी सैकड़ों श्रमिकों की झोपड़ी आग में जलने के बाद अब उनके पास खाने तक को कुछ नहीं बचा।
संवाद सहयोगी, बाजपुर : ग्राम पंचायत गोबरा के अंतर्गत हांडा घाट के नजदीक बनी सैकड़ों श्रमिकों की झोंपड़ियों में लगी आग सकबुछ तबाह करके भले ही शांत हो गई है, लेकिन इस हादसे ने इन परिवारों पर मुसीबतों का पहाड़ ढहा दिया है जिसकी वर्षों तक भरपाई कर पाना मुश्किल है।
सोमवार की देर रात करीब 9 बजे लगी आग ने कुछ ही देर में विकराल रूप धारण करते हुए एक-दूसरे से सटी 30-35 परिवारों की करीब 100 झोंपड़ियों को चपेट में ले लिया और कुछ पल तो ऐसा लगा मानों धरती से काफी बड़ा आग का गोला निकल रहा हो। अग्निकांड ने श्रमिकों के अरमानों को भी जला दिया है। मंगलवार की सुबह जब दिन चढ़ा तो हर तरफ हादसे के भयंकर निशा बिखरे पड़े थे। अग्निकांड में कपड़ा, बर्तन, लिहाफ-गद्दा, बिस्तर, चारपाई सहित सबकुछ गवां चुके श्रमिक परिवार काली राख के बीच कुछ बचा रहने की उम्मीद लिए उसे कुरेदकर देख रहे थे। किसी तरह मेहनत-मजदूरी करके पेट पाल रहे इन परिवारों के सामने फिलहाल तन ढकने के लिए कपड़े व खाने के लिए भोजन भी नहीं है। दर्द ऐसा की बयां करना मुश्किल
बाजपुर : कुछ ही मिनटों में वर्षों तक मेहनत के बाद कौड़ी-कौड़ी कर जुटाई गई अपनी पूंजी गंवा देने का दर्द अग्निकांड पीड़ितों के चेहरे पर साफ झलक रहा था। इस बारे में पीड़तिों का कहना था कि ईश्वर ने उन्हें ऐसा दर्द दिया है जिसे बयां करना मुश्किल है। ईश्वर की मर्जी व नियती ही शायद ऐसी रही कि उन्हें पहाड़ जैसा गम सहन करने को मजबूर होना पड़ा है। खुले आसमान के नीचे काटी पूरी रात
बाजपुर : अग्निकांड पीड़ित श्रमिक परिवार हादसे के बाद भी पूरी रात अपनी तबाही के मंजर को निहारते रहे बही रात में ही पंहुचे एसडीएम विवेक प्रकाश ने प्रभावित परिवारों को स्कूल,गुरुद्वारा साहिब में ठहराया है जबकि कई परिवार खुले आसमान के नीचे ही अपनी रात गुजारते नजर आए लगभग सभी श्रमिक परिवारों की हालत यह थी कि तन पर पहने कपड़ों अलावा उनके पास कुछ भी शेष नहीं बचा था। छोटे बच्चों को भी मच्छरों के बीच रात गुजारने पर मजबूर होना पड़ा। जनप्रतिनिधियों ने जाना पीड़ितों का हालचाल
बाजपुर : गोबरा क्षेत्र में हुई भीषण अग्निकांड की घटना की जानकारी सामने आने पर तमाम जनप्रतिनिधियों ने मंगलवार को मौके पर पहुंचकर पीड़ितों का हालचाल जाना व हुए नुकसान का जायजा लिया गया। रात में ही ब्लॉक प्रमुख पति राजकुमार, कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य के निजी सचिव चंद्रपाल अपने दर्जनभर समर्थकों के साथ घटना स्थल पर पहुंच गए और बदहवाश पीड़ित परिवारों को संभाला गया। उन्होंने मौके पर पहुंचे एसडीएम विवेक प्रकाश, तहसीलदार प्रेम सिंह चौहान ,हल्का पटवारी प्रकाश सिंह रावत से तत्काल नुकसान का आंकलन कर पीड़ितों को मदद पहुंचाने को कहा गया। वहीं मंगलवार की सुबह अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे संयुक्त किसान मोर्चा के प्रवक्ता जगतार सिंह बाजवा पीड़ितों को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। इसके अलावा भी कई जनप्रतिनिधियों ने घटना स्थल पर पहुंचकर पीड़ितों का दर्द बांटने का काम किया।