सरकारी जमीन पर एक तरफ मंदिर तो दूसरी ओर बनी मस्जिद, अचानक हुई कार्रवाई से मचा हड़कंप
रुद्रपुर में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे की शिकायत के बाद प्रशासन ने खेड़ा बस्ती ईदगाह और रेशमबाड़ी मंदिर की नापजोख की। अधिकारियों ने बताया कि आवंटित भूमि के अलावा बची जमीन सरकार के कब्जे में ली जाएगी। टीम ने ईदगाह और मंदिर परिसर की नापजोख की और अवैध कब्जे की तलाश की। एडीएम ने बताया कि सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार तालाब की तलाश भी की जा रही है।

धार्मिक स्थलों के आसपास तालाब की थी जानकारी, तलाश के लिए हुई कार्रवाई. Jagran
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर। सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे की शिकायत पर खेड़ा बस्ती ईदगाह और रेशमबाड़ी स्थित मंदिर के ढांचे की जिला और पुलिस प्रशासन ने नगर निगम के साथ मिलकर नापजोख की। अचानक हुई कार्रवाई से हड़कंप मच गया। इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि धार्मिक स्थल को जो जगह आवंटित है उसके अलावा बची हुई भूमि को सरकार के कब्जे में लिया जाएगा।
खेड़ा बस्ती स्थित ईदगाह और रेशमबाड़ी स्थित चामुंडा मंदिर के लिए पूर्व में भूमि आवंटित हुई थी। इस दौरान प्रशासन को सूचना मिली कि ईदगाह और मंदिर के आसपास सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा किया जा रहा है। जिसकी शिकायत पर शुक्रवार को एडीएम पंकज उपाध्याय की अगुवाई में एसडीएम मनीष पाण्डे, नगर आयुक्त शिप्रा जोशी पाण्डे, सहायक नगर
आयुक्त राजू नबियाल, कोतवाल मनोज रतूड़ी पुलिस फोर्स के सािा खेड़ा स्थित ईदगाह पहुंचे। टीम ने यहां पर धार्मिक स्थल की नाप जोख की। मौके पर ईदगाह के अलावा मस्जिद, मदरसा, कब्रिस्तान, मजार और एक टीन शेड का निर्माण मिला। साथ ही कुछ भूमि खाली पड़ी थी। जिसकी प्रशासनिक टीम ने नापजोख की। इसके बाद प्रशासन की टीम ने रेशमबाड़ी के पास स्थित चामुंडा मंदिर परिसर की भी नाप जोख की।
एडीएम पंकज उपाध्याय ने बताया कि अवैध कब्जे की शिकायत पर सीमांकन की कार्रवाई की गई है। सरकारी रिकार्ड के अनुसार इन धार्मिक स्थलों के आसपास पूर्व में तालाब थे, जिसकी तलाश के लिए धार्मिक स्थलों की नापजोख की जा रही है। बताया कि धार्मिक स्थल के लिए जो भूमि कागजों में दर्ज है उसके अलावा जितनी भी भूमि पर अवैध कब्जा मिलेगा, उसे सरकार अपने कब्जे में लेगी।

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