..अब शंघाई जाएंगे सिडकुल के आलाअफसर
संवाद सहयोगी ,रुद्रपुर : जागरण की खबर ने एक बार फिर असर दिखाया है, सिडकुल प्रबंधन ने चीन
संवाद सहयोगी ,रुद्रपुर : जागरण की खबर ने एक बार फिर असर दिखाया है, सिडकुल प्रबंधन ने चीन के शंघाई आने के आमंत्रण पर वहां जाने की तैयारी शुरू कर दी है। सिडकुल के अफसर आवश्यक प्रक्रिया के बाद चीन जाएंगे। जहां चीनी उद्योगों के लिए आवश्यक सुविधाओं की जानकारी ले उन्हें सितारगंज में जुटा इन कंपनियों को यहां लाने का हर संभव प्रयास किया जाएगा।
चीन की नामचीन कंपनियां उत्तराखंड के सितारगंज में विकसित हो रहे सिडकुल फेज-टू में टैक्सटाइल हब बनाने की
तैयारी कर चुकी है। कंपनियां यहां पांच हजार करोड़ का निवेश करने के साथ ही दस हजार बेरोजगारों को रोजगार भी देंगी। इन कंपनियों के प्रतिनिधि मंडल जून में प्रदेश के औद्योगिक आस्थानों का दौरा कर सितारगंज में अपने उद्योग लगाने की सहमति दे चुके है। जाते वक्त इन कंपनियों ने सिडकुल के अधिकारियों को शंघाई आ उनके उद्योगों के लिए आवश्यक सुविधाओं को समझने को न्योता दे गए थे। सिडकुल के अधिकारी वहां जाते इससे पहले चीन सीमा पर डोकलाम विवाद से यह मामला डंडे बस्ते में पड़ गया, छह माह से ठंडे बस्ते में पड़े इस मामले को जागरण ने बुधवार के अंक में प्रमुखता से छापा, इस पर सिडकुल प्रबंधन एक बार फिर इस प्रस्ताव को लेकर हरकत में आ गया। सिडकुल के महाप्रबंधक सीएल सेमवाल ने बताया कि डोकलाम में शांति के बाद अब केंद्र से इस मामले में कोई आपत्ति नहीं होगी, जल्द ही सिडकुल के आला अफसर आवश्यक प्रक्रिया के बाद शंघाई जाने की तैयारी कर रहे है। वह वहां चीन की टैक्सटाइल कंपनियों के साथ ही इलेक्ट्रानिक व अन्य क्षेत्रों की कंपनियों को भी यहां लाने का प्रयास करेंगे। बताया कि चीनी निवेश से सितारगंज सिडकुल को एक नई दिशा मिलेगी।