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मैं गोली नहीं मारता तो खलील मुझे मार देता

संवाद सहयोगी, बाजपुर : खलील पहलवान हत्याकांड के खुलासे के दौरान एएसपी डॉ.जगदीश चंद्र की म

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Jul 2018 12:04 AM (IST)Updated: Wed, 18 Jul 2018 12:04 AM (IST)
मैं गोली नहीं मारता तो खलील मुझे मार देता
मैं गोली नहीं मारता तो खलील मुझे मार देता

संवाद सहयोगी, बाजपुर : खलील पहलवान हत्याकांड के खुलासे के दौरान एएसपी डॉ.जगदीश चंद्र की मौजूदगी में पत्रकारों के सामने आए हत्यारोपित शहजाद आलम ने गोली मारने की बात कबूली।

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कहा कि करीब चार साल पहले भवन निर्माण के दौरान जेसीबी से नाला साफ करवा रहा था। आरोप है कि तभी खलील के बेटे गुड्डू द्वारा जेसीबी चालक आदि से मारपीट की गई जिसको लेकर उसका गुड्डू से विवाद हुआ था। इसी बात को लेकर उसकी रंजिश चली आ रही थी। कहा कि करीब एक सप्ताह पहले भी पहलवान द्वारा उसे धमकाया गया था, यदि खलील को नहीं मारता तो वह मुझे मार देता। घटना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि जब मैं अपने साथी मेहंदी उर्फ टिक्लू के साथ पहुंचा तो खलील ताश खेल रहा था और मुझे देखते ही वहां से उठ कर जाने लगा, लेकिन उसने खलील को उठने का मौका नहीं दिया और तमंचा निकालकर फायर झोंक दिया। =========== इससे पहले भी जेल जा चुके हैं दोनों हत्यारोपित

बाजपुर : अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. जगदीश चंद्र ने बताया कि खलील हत्याकांड के दोनों आरोपित इससे पहले भी जेल जा चुके हैं। शहजाद आलम वर्ष 2002 में 307 के एक मामले में जेल जा चुका है, जिसमें वह बाद में न्यायालय से बरी हो गया था। वहीं दूसरा आरोपित मेहंदी उर्फ टिक्लू वर्ष 2001 में 302 के एक मामले में जेल गया था जिसमें उसे सात साल की सजा हुई थी। ========= हत्या के लिए शहजाद ने चुना उत्तराखंड

बाजपुर : एएसपी डॉ.जगदीश चंद ने बताया कि पूछताछ के दौरान शहजाद ने खलील की हत्या करने के लिए उत्तराखंड को चुनने की बात भी कबूल की है। खलील का घर उत्तराखंड-उप्र के बिलकुल बॉर्डर पर है, शहजाद ने काफी समय पहले खलील को मारने का प्लान बना लिया था और उसके लिए सही मौके की तलाश कर रहा था। एएसपी के अनुसार घटना के लिए उत्तराखंड को चुनने के पीछे शहजाद का यह मानना था कि यहां उच्च न्यायालय अधिक दूर नहीं है, जबकि उप्र में इलाहाबाद है, जोकि यहां से काफी दूर पड़ता है, दूसरी वजह खलील का उप्र क्षेत्र में अधिक वर्चस्व होने की बात शहजाद द्वारा कही जा रही है, जिसके चलते उसे डर था कि यदि उसने खलील को उप्र क्षेत्र में शूट किया तो उसकी दिक्कतें अधिक बढ़ जाएंगी। एएसपी ने कहा उप्र हो या उत्तराखंड कानून हर जगह पूरी ईमानदारी के साथ न्यायपूर्ण कार्य करता है।


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