Uttarakhand News : किच्छा में शंभू के साथ ही मिली दूसरे व्यक्ति की चप्पलें खोलेगी हत्या का राज
Shambhu murder case in Kichha किच्छा निवासी शंभू आयु 35 वर्ष पुत्र सुशील दफादार जंगल में लकड़ी एकत्र कर उसे बेच अपने परिवार का लालन पालन करता था। मंगलवार दोपहर वह घर से निकल गया तो वापस नहीं लौटा था। गौला नदी किनारे से उसका शव बरामद हुआ है।
जागरण संवाददाता, किच्छा : शंभू की चप्पलें शव के लगभग सौ मीटर दूर मिली है। उसके पास ही एक और चप्पल मिली है, जिसे माना जा रहा है कि वह चप्पल हत्यारें की हो सकती है। पुलिस उस चप्पल के सहारे हत्यारे तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।
वहीं जांच में यह भी सामने आया कि लापता होने से पहले शंभू काफी खुशनुमा दिखाई दे रहा था। उसने सैनिक कॉलोनी के पास बच्चों को कोल्डड्रिंक भी पिलाई थी। जिससे माना जा रहा है कि उसके पास काफी पैसे रहे होंगे और वहीं उसकी मौत का कारण तो नहीं बन गए।
शंभू का शव जहां मिला वह जगह प्राग फार्म की सीलिंग में निकली भूमि से सटी हुई है। उस पर खड़ा पापुलर लोग भारी मात्रा में चोरी कर काट ले गए थे। शंभू भी उसी क्षेत्र में लकड़ी एकत्र कर अपने परिवार का पालन पोषण करता था। मंगलवार को जब शंभू घर से अपनी साईकिल लेकर निकला तो बहुत खुश था। वह नमक फैक्ट्री मार्ग से होकर लकड़ी एकत्र करने जाता था।
मंगलवार को भी वह उसी मार्ग से निकला और रास्ते में पड़ने वाली सैनिक कॉलोनी के पास रुक वहां पर बच्चों को कोल्डड्रिंक पिलाने की बात भी पुलिस की जांच में सामने आई। पुलिस उन बच्चों के बारे में भी जानकारी जुटाने में लगी है जिनको शंभू ने कोल्डड्रिंक पिलाई, जिससे उसके साथ अन्य किसी के होने के संबंध में जानकारी जुटा उसकाे चिन्हित किया जा सके।
मंगलवार को क्षतिग्रस्त मिली थी साईकिल
शंभू की हत्या में एक से अधिक लोगों का अनुमान लगाया जा रहा है। उसकी हत्या करने के बाद उसकी साईकिल पर भी हत्यारें ने अपनी भड़ास निकाली है। उसकी साईकिल बुधवार सुबह क्षतिग्रस्त अवस्था में मिली थी।
जिसका फ्रेम जिस तरह मोड़ा था वह देख अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह किसी दुर्घटना से नहीं हुआ है। क्षतिग्रस्त साईकिल शंभू के स्वजनों के सुपुर्द कर दी गई थी। जिसके बाद उन्होंने उसकी खोजबीन जंगल में तेज कर दी थी।
चप्पल व गमझे से पहुंचा शव भाई रवि
शंभू के भाई रवि को जब उसकी चप्पलें मिली तो उसके मन में अनहोनी घर कर गई। वह समझ गया कि उसके भाई के साथ कुछ न कुछ गलत हो चुका है। चप्पल व गमझे के बुधवार को मिलने के बाद भी वह उस दिन शंभू के शव तक नहीं पहुंच पाए। गुरुवार सुबह से वह एक बार फिर शंभू की खोजबीन में जुट गए थे। दोपहर में उनको सफलता मिल गई और शंभू का शव झाड़ियों से बरामद कर लिया।
पत्नी अल्पना पर आई बच्चों की जिम्मेदारी
शंभू जहां लकड़ी एकत्र कर अपने घर की गुजर बसर करता था, वहीं उसकी पत्नी भी घरों में काम कर अपने तीनों बच्चों का अच्छे से लालन पालन में सहयोग की करती थी। मंगलवार को उसके पति शंभू की हत्या कर दी गई। गुरुवार को शव मिलने पर उसके होश उड़ गए। अब तीनों बच्चों के लालन पालन की जिम्मेदारी उस पर आ गई।
संदिग्धों की धर पकड़ शुरू
पुलिस शंभू की हत्या के राज का फाश करने में जुट गई है। पुलिस ने शंभू के साथियों को चिन्हित करने के साथ ही घटना से जुड़े संदिधों की धर पकड़ शुरु कर दी है। पुलिस इस बात को लेकर भी सतर्क दिखाई दी कि शव के पास से एकत्र जानकारी को सार्वजनिक न किया जा सके।
अक्सर ऐसे मामलों में देखा गया है हत्या करने वाला परिवार के साथ ही घूम कर सारी जानकारी ले पुलिस की कार्य से रुबरु हो अपना बचाव कर लेता है। जिससे पुलिस की दिक्कतें बढ़ सकती है। इसके चलते पुलिस हर कदम फूंक फूंक कर रख रही है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चिन्हित किए संदिग्धों की धर पकड़े तेज कर पूछताछ शुरु कर दी है।
डॉग स्कवायड को नहीं मिली सफलता
शंभू की हत्या के राज से पर्दा उठाने के लिए पुलिस ने डॉग स्कवायड की भी मदद ली। जहां शंभू का शव मिला वहां पर किसी जानवर को भी दफनाया गया था, जिसके चलते वहां पर पहले से ही तीव्र गंध होने के कारण डाॅग स्कवायड अपना काम नहीं कर पाया। उसके बाद शंभू के साथ ही मिली किसी अंजान व्यक्ति की चप्पल को सूंघा कर लीड हासिल करने का प्रयास किया, परंतु डॉग स्कवायड को कोई सफलता नहीं मिल पाई।
एसपी सिटी रुद्रपुर मनोज कत्याल ने बताया कि शरीर पर चोट के निशान मिले है, टीम गठित कर हर एंगल पर काम किया जा रहा है। मौके पर मिले सुराग के आधार पर हत्या में शामिल लोगों तक पहुंचने में पुलिस की टीमें जुट गई है। बहुत जल्द घटना का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।
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