कुकिंग गैस की होम डिलीवरी में घोटाला
रसोई गैस की होम डिलीवरी के नाम पर हर माह करीब 10 लाख रुपये का घोटाला किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : रसोई गैस की होम डिलीवरी के नाम पर हर माह करीब 10 लाख रुपये का घोटाला किया जा रहा है। जबकि जिम्मेदार विभाग मामले में चुप्पी साधे हैं। इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है और ठेकेदार मौज कर रहे हैं।
देश की हर रसोई को एलपीजी से जोड़ने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर अभियान चल रहा है। उपभोक्ताओं तक रसोई गैस के वितरण व होम डिलीवरी की जिम्मेदारी कुमाऊं मंडल विकास निगम को दी गई है। जिले में विभिन्न कंपनियों व एजेंसियों के जरिये सिलेंडरों का वितरण किया जा रहा है। उपभोक्ताओं से लिए जा रहे रीफिल रेट में होम डिलीवरी के आठ रुपये भी शामिल हैं, जिसका भुगतान संबंधित ठेकेदार को किया जाता है। इसके बाद भी उपभोक्ताओं को एलपीजी सिलेंडर के लिए गोदाम या सड़क किनारे लाइन लगानी पड़ती है। जबकि होम डिलीवरी का पूरा पैसा ठेकेदार हजम कर रहे हैं। जिले का पूर्ति विभाग व संबंधित एजेंसियां इस मामले में कार्रवाई से बच रहे हैं।
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साढ़े चार लाख उपभोक्ता जिले में गैस का वितरण करने वाली 32 एजेंसियां हैं। इनमें इंडेन गैस, भारत गैस व एचपी गैस प्रमुख हैं। सबसे ज्यादा ग्राहक इंडेन कंपनी के हैं। इस तरह सभी एजेंसियों के पास अभी तक चार लाख 55 हजार 217 ग्राहक हैं। जबकि नियमित रूप से ढाई लाख उपभोक्ता हर माह गैस की आपूर्ति ले रहे हैं, जिन्हें सड़क किनारे स्पॉट डिलीवरी दी जा रही है। इस तरह होम डिलीवरी के नाम पर करीब 10 लाख रुपये ठेकेदारों के खाते में जा रहे हैं। इंडेन रुद्रपुर एजेंसी के मैनेजर डीके जोशी ने बताया कि गैस की होम डिलीवरी के निर्देश दिए हैं। ऐसे में यह ठेकेदार की जिम्मेदारी है कि गैस सिलेंडर घर तक पहुंचाए जाएं। ---वर्जन---
होम डिलीवरी की जा रही है। यदि किसी क्षेत्र में दिक्कत है तो इसके लिए एजेंसी प्रबंधक या पूर्ति कार्यालय में संपर्क किया जा सकता है।
-श्याम आर्या, पूर्ति अधिकारी, ऊधम¨सह नगर