हवा में डीजीएम का वादा, धरातल पर समस्याएं
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : डीजीएम सिडकुल के आश्वासन के एक सप्ताह के बाद भी व्यवस्था पटरी
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : डीजीएम सिडकुल के आश्वासन के एक सप्ताह के बाद भी व्यवस्था पटरी पर नजर नहीं आ रही है। एक सप्ताह में बैलेंस शीट उद्यमियों को देने का भरोसा दिलाया था तो एक माह बाद भी पूरा नहीं हो पाया है। इसके साथ ही पार्किग को लेकर गतिरोध लगातार बरकरार चल रहा है।
सिडकुल में अव्यवस्थाओं के खिलाफ उद्यमियों का पारा चढ़ गया था जिस पर सिडकुल एंटरप्रेन्योर वेलफेयर सोसायटी द्वारा सिडकुल कार्यालय पर हंगामा काटने के बाद अगले ही दिन डीजीएम सिविल संजय रावत ने रुद्रपुर पहुंचे उद्यमियों से वार्ता कर उनको सड़क की दुर्दशा से राहत दिलाने के लिए दो माह का समय मांगा था। इसके अलावा बैलेंस शीट, पार्किग में मनमानी वसूली पर रोक, सिडकुल में महिलाओं की सुरक्षा के लिए गार्ड की तैनाती व पथ प्रकाश व्यवस्था का मुद्दा प्रमुख था लेकिन एक माह बाद भी व्यवस्था पटरी पर नजर नहीं आ रही है। हालांकि सिडकुल के नए आरएम कमल कफल्टिया ने सड़कों की दुर्दशा से निजात दिलाने के लिए प्रस्ताव मंजूर करवा लिया है लेकिन उद्यमियों की बाकी मांग पर अब भी कोई सार्थक कदम एक माह के बाद भी नहीं उठाया जा सका। जिसको लेकर उद्यमियों में जबरदस्त आक्रोश पनप रहा है जो आगे चलकर बडे़ टकराव का कारण बन सकता है।
बंद रहा डीजीएम का मोबाइल
रुद्रपुर : इस संबंध में जब डीजीएम सिडकुल संजय रावत के मोबाइल पर संपर्क का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल स्विच ऑफ आया। जिसके चलते उनसे बात नहीं हो पाई।
सिडकुल प्रबंधन उद्यमियों को सुविधाएं उपलब्ध कराने में विफल साबित हो रहा है। डीजीएम द्वारा किए वायदों पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। आरएम द्वारा सड़कों का प्रस्ताव पास कराने की जानकारी दी गई है। लेकिन अन्य मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जल्द कार्रवाई न होने पर सोसायटी आगे की रणनीति बनाने को मजबूर हो जाएगी। -------- राजेश कुमार मिश्रा, समन्वयक , सिडकुल एंटरप्रेन्योर वेलफेयर सोसायटी