वनाधिकारी के वाहन ने मां-बेटी को रौंदा, मौत
संवाद सूत्र, जसपुर : वन अधिकारी की स्कॉर्पियो की चपेट में आने से स्कूटी सवार शिक्षामित्र व उसक
संवाद सूत्र, जसपुर : वन अधिकारी की स्कॉर्पियो की चपेट में आने से स्कूटी सवार शिक्षामित्र व उसकी पांच वर्षीय पुत्री की मौत हो गई। अलबत्ता उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड सीमा क्षेत्र के विवाद को लेकर घंटों तक शव घटना स्थल पर पड़े रहे। इससे आक्रोशित उप्र के शिक्षामित्रों ने सड़क पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया। जिसके बाद जसपुर पुलिस ने पंचनामा भरकर शव पीएम के लिए काशीपुर भेजा।
उत्तर प्रदेश, जिला बिजनौर थाना अफजलगढ़ क्षेत्र के ग्राम आलमपुर गांवड़ी निवासी निधि चौहान 30 पुत्री मलखान सिंह का विवाह उप्र जिला मुरादाबाद थाना ठाकुरद्वारा के ग्राम खैरूल्लापुर निवासी विपिन चौहान पुत्र राजेश चौहान से सात वर्ष पूर्व हुआ था। निधि चौहान अफजलगढ़ स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय द्वितीय में शिक्षा मित्र के पद पर तैनात थी। किसी कार्य के चलते बुधवार की सुबह निधि अपनी पांच वर्षीय पुत्री आरोही चौहान उर्फ गुनगुन के साथ स्कूटी से विद्यालय जा रही थी। अचानक जसपुर-भूतपुरी मार्ग पर नादेही चौकी से ढ़ाई किमी दूर दोनों राज्य की सीमा क्षेत्र में विपरीत दिशा से आ रही पश्चिमी तराई वन प्रभाग रामनगर के अधिकारी की स्कार्पियो संख्या यूके 07 एए 4043 ने स्कूटी को टक्कर मार दी। इससे स्कूटी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और निधि चौहान व उसकी पुत्री की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं कार अनियंत्रित होकर गड्ढे में जा गिरी। जिसमें वन अधिकारी गिरीश चंद्र पंत व चालक किशन चंद्र पंत भी मामूली रूप से घायल हो गए। इस दौरान दोनों राज्य के पुलिस कर्मी घटना स्थल पर तो पहुंच गए लेकिन सीमा क्षेत्र के विवाद में उलझे रहे। इससे शव उठाने में कुछ देर हो गई। वहीं उप्र के शिक्षामित्रों ने पुलिस कर्मियों की कार्यशैली को लेकर आक्रोश जताया। नादेही चौकी इंचार्ज रविंद्र बिष्ट ने बताया कि मृतका के देवर की ओर मामले में तहरीर आई है। जांच कर कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। ========== योगी सरकार को ठहराया घटना का जिम्मेदार
जसपुर: निधि चौहान व उसकी पुत्री की मौत को लेकर उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के कार्यकर्ताओं ने योगी सरकार को घटना का जिम्मेदार ठहराया। इससे आक्रोशित शिक्षा मित्रों का कहना था कि समायोजन रद होने के बाद पूरे प्रदेश में लगभग 750 व जिला बिजनौर में 150 शिक्षामित्र मानसिक तनाव के चलते आत्महत्या व सड़क दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं। बुधवार को सड़क पर रोष प्रदर्शन करते हुए समायोजन रद हुए शिक्षामित्रों को दूर स्कूलों में तैनाती को खारिज कर मूल तैनाती तथा मृतका के परिवार को मुआवजा दिए जाने की मांग की। प्रदर्शन करने वालों में एहतेशाम, गौरव, विकास, दीपक, मोनिका, दिलावर, सचिन, ओमपाल, जागेश, योगिता, ऋषिपाल, पंकज आदि मौजूद रहे।