विजय जुलूस रोकने पर पुलिस से झड़प
संवाद सहयोगी बाजपुर चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद बुधवार शाम समय यहां उस वक्त तनावपूर्ण
संवाद सहयोगी बाजपुर: चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद बुधवार शाम समय यहां उस वक्त तनावपूर्ण स्थिति हो गई जब प्रशासन द्वारा कांग्रेस का विजय जुलूस रोकने का प्रयास किया गया। जिससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में रोष फैल गया और वह अलग-अलग टोलियों में पालिका अध्यक्ष के घर तक पहुंचे।
चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश पूर्व सीएम हरीश रावत समेत हजारों लोग चीमा पेपर मिल में जमा हो गए थे। कांग्रेस प्रत्याशी गित्ते के बाहर पंहुचते ही लोगाों ने उन्हें फूल मालाओं से लाद दिया तथा अबीर-गुलाल के साथ ही जमकर आतिशबाजी की गई। कार्यकर्ता इतने उत्साहित थे कि प्रशासन की बिना अनुमति ही सड़कों पर निकाल आए। कुछ समय तक प्रशासन ने उन्हें आगे जाने दिया लेकिन रामराज रोड महेंद्रा एजेंसी के पास काफिले को रोक दिया। पुलिस ने जुलूस की अनुमति नहीं होने की बात कही। इतना ही नहीं जिस गाड़ी में कांगेस के विजयी प्रत्याशी जनता का आभार व्यक्त कर रहे थे उसे भी रोक दिया गया। यहां भी पुलिस से कार्यकर्ताओं की झड़प हुई और गुरजीत सिंह गित्ते को एक ट्रैक्टर पर बैठा कर आगे लाया गया। उन्हेंर मंदिर में मत्था टेक कर आगे गुरुद्वारा साहिब जाना था लेकिन प्रशासन द्वारा पुन उन्हें रोकने व बंद गाड़ी में आगे जाने की बात कही गई। नही मानने पर भीड़ को तितर-बितर भी किया गया। लेकिन कार्यकर्ता गुरुद्वारा साहिब होकर अपने घर चले गए।
कांग्रेस नेता जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि पहले तो हमने विजय जलूस की अनुमति मागी थी लेकिन प्रशासन ने नही दी। जिस कारण कार्यक्रम स्थगित कर वह धर्मस्थलों में मत्था टेकने जा रहे थे लेकिन प्रशासन द्वारा उन्हें जबरन रोकने का प्रयास किया गया। जिस कारण वह धर्म स्थलों में नहीं जा पाए। सीओ एमसी बिंजोला का कहना है कि इनके पास कार्यक्रम की कोई अनुमति नही थी। यह लोग अपने घर जाते समय बाजार की और आ गए थे जिन्हें घर जाने के लिए कहा गया। उन्होंने जलूस निकलने की बात से भी इंकार किया है।