पीसीबी ने जिले की नदियों से लिए 24 सैंपल
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जिले की नदियों के पानी को स्वच्छ व साफ बनाने के लिए कवायद शुरू कर दी है।
जासं, काशीपुर: प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जिले की नदियों के पानी को स्वच्छ व साफ बनाने के लिए कवायद शुरू कर दी है। विभाग ने जिलेभर के 24 स्थानों से पानी के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं। शुक्रवार को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय प्रबंधक नरेश गोस्वामी ने बताया विभाग ने जिले की नदियों के पानी को स्वच्छ व साफ रखने के लिए कवायद शुरू कर दी है। बताया इसके लिए विभाग की टीम ने जिले में ढेला, कोसी, कल्याणी, फीका समेत 24 छोटी-बड़ी नदियों, जलाशयों के पानी के सैंपल एकत्र किए हैं। उन्होंने बताया नदियों को स्वच्छ रखने के लिए कार्ययोजना बनाई जा रही है कि कैसे नदियों को स्वच्छ व साफ रखा जाए।
पीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी गोस्वामी ने बताया क्षेत्र की कई नदियों ने सीवर व नालों का पानी गिरता है। जिसके चलते नदियों का पानी प्रदूषित हो रहा है। इसके लिए जहां-जहां वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की जरूरत पड़ेगी, उसकी भी कार्ययोजना तैयार की जाएगी। उन्होंने बताया भविष्य में नदियों के पानी को स्वच्छ रखना मुख्य उद्देश्य है जिसके लिए यह सैंपल लिए जा रहे हैं। केंद्र सरकार ने नदियों को संजीवनी देने के लिए पुनद्र्धार योजना पर 2014 में काम शुरू हुआ था। इसके तहत गंगा नदी के प्रदूषण को कम करने तथा गंगा नदी को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से कई कार्यों की शुरुआत की गई थी। नमामि गंगे के फ्लैगशिप कार्यक्रम के तहत आठ राज्यों उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, हरियाणा व हिमाचल प्रदेश में विभिन्न गतिविधियां चालू की गई थीं। इसके तहत उत्तराखंड में सीवेज इंफ्रास्ट्रक्चर, नदी तट विकास, नदी सतह सफाई, घाट एवं शवदाह गृह, सांस्थानिक विकास, जैविक विविधीकरण संरक्षण, वन रोपण एवं ग्रामीण जल निकास प्रणाली के लिए काम किया जाना है। जिले के सभी छोटे बड़े नालों को तीन स्तर पर प्लानिग की गई है। इसमें काशीपुर के दो व सितारंगज में एक तीन एसटीपी बनाने का भी प्रस्ताव पर जल्द काम भी शुरू किया जा सकता है।