पंत विवि ने नाबार्ड से मिलाया हाथ, बेहतर होगा शोध कार्य
संवाद सहयोगी पंतनगर गोविद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने पहाड़ में दूर दराज के
संवाद सहयोगी, पंतनगर : गोविद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने पहाड़ में दूर दराज के किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट (नाबार्ड) के साथ करार किया है। इसके तहत नाबार्ड एवं पंतनगर विश्वविद्यालय मिलकर शोध कार्य करेंगे। विभिन्न एप के जरिए दूरदराज के किसानों को कृषि एवं पशुपालन संबंधी आधुनिक जानकारी मुहैया कराएंगे।
मंगलवार को विश्वविद्यालय में दोनों संस्थानों के बीच समझौते पर दस्तखत किए गए। विवि की ओर से निदेशक शोध डॉ. एसएन तिवारी और नाबार्ड की ओर से मुख्य महाप्रबंधक सुनील चावला मौजूद रहे। इस अवसर पर कुलपति डॉ. तेज प्रताप ने कहा कि दोनो संस्थानों के एक साथ काम करने से शोध कार्य में प्रगति होगी। यह प्रयास किसानों के लिए लाभकारी साबित होगा। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है, जब हमें क्षेत्र से संबंधित योजना बनाकर उनका क्रियान्वयन सुनिश्चित करना होगा। उन्होंने योजनाएं बनाते समय पहाड़ की पारिस्थितिकी के संरक्षण पर भी ध्यान देने की बात कही।
नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक सुनील चावला ने कहा कि उत्तराखंड में कृषि के विकास के लिए विवि एवं नाबार्ड को साथ मिलकर कार्य करना होगा। नाबार्ड के पास विभिन्न प्रकार की वित्त पोषण से संबंधी योजनाएं हैं, जबकि विवि के पास आपार बौद्धिक संपदा है। दोनों संस्थानों के साथ आने से उत्तराखंड में कृषि के आयाम बदल सकते हैं। निदेशक शोध डॉ. एसएन तिवारी ने विवि की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी।
करार के दौरान नाबार्ड की महाप्रबंधक शिखा, उपमहाप्रबंधक एसएस चोटानी, सहायक प्रबंधक राकेश कन्याल, जिला विकास प्रबंधक राजीव प्रियदर्शी, विधि की ओर से समन्वयक डॉ. अजीत सिंह नैन भी मौजूद रहे।