पीएसीएल पीड़ितों ने पैसा निकलवाने को गठित की कमेटी
जागरण संवाददाता, काशीपुर : पीएसीएल पीड़ित एजेंटों व निवेशकों की एक बैठक शनिवार को कट
जागरण संवाददाता, काशीपुर : पीएसीएल पीड़ित एजेंटों व निवेशकों की एक बैठक शनिवार को कटरामलियान में हुई। इसमें पर्ल कंपनी में से निवेशकों का पैसा निकलवाने के लिए कमेटी गठित की गई।
कंपनी को सेबी भारतीय प्रतिभूति व नियामक बोर्ड ने तीन वर्ष पूर्व बंद कर दिया था। इस प्रकरण पर सुप्रीम कोर्ट ने रिटायर्ड जज लोढ़ा की अध्यक्षता में कमेटी गठित करने का आदेश दिया था और कहा था कि पर्ल की सभी संपत्तियों को बेचकर निवेशकों का पूर्ण भुगतान प्रतिमाह किया जाए। ग्रुप की अनुमानित संपत्ति लगभग 1.50 लाख करोड़ है, जबकि देनदारी मात्र 49,100 करोड़ ही है, लेकिन तीन वर्ष बीतने के बाद भी निवेशकों का एक रुपया नहीं मिला। इसमें काशीपुर एवं इसके आस-पास के गरीब किसानों का काफी रुपया फंसा है। अभी तक सरकार द्वारा कोई मजबूत कदम न उठाने से सभी एजेंटो व निवेशकों ने कमेटी गठित की गई। यह कमेटी सरकार को जब्त धन के बारे में विस्तृत जानकारी देकर धनवापसी कराने को कहेगी। बता दें कि कंपनी 1983 से कार्य कर रही थी। सर्वसम्मति से कमेटी गठित कर दी गई है। जिसके अध्यक्ष गंगा ¨सह बड़वाल, उपाध्यक्ष परमानंद जुयाल, मंत्री इंद्र मनराल, कोषाध्यक्ष अंजू ¨सह समेत अन्य लोग पदाधिकारी बनाए गए।