खटीमा में ओवरलोड वाहनों से हरवक्त हादसों का खतरा
खटीमा में शहर में ओवरलोड वाहनों की इंट्री पर रोक नहीं लग पा रही है। रोजाना हादसे हो रहे हैं।
संवाद सहयोगी, खटीमा: शहर में ओवरलोड वाहनों की इंट्री पर रोक नहीं लग पा रही है। दिन भर क्षमता से कहीं अधिक मात्रा में गन्ना व भूसी लादकर जाने वाली टै्रक्टर-ट्रालियों व ट्रकों की वजह से हादसों की आशंका बनी रहती है। गौरतलब है कि बार-बार की गुहार के बावजूद स्थानीय प्रशासन व्यवस्था में सुधार के लिए ठोस पहल नहीं कर रहा। ऐसे में आएदिन हादसे हो रहे हैं। कभी ओवरलोड भूसे या गन्ने की गाड़ी ऊपर से निकल रही बिजली लाइन के तारों से छू जाती है तो कभी क्षमता से अधिक माल लदे ट्रैक्टर पलटने से राहगीर जख्मी हो जाते हैं। घंटों तक इस दौरान मार्ग पर जाम की स्थिति भी बन जाती है।
सीमांत शहर में यातायात का दबाव लगातार बढ़ रहा है। साल दर साल आबादी व वाहनों की संख्या में वृद्धि से व्यवस्था चरमरा गई है। इस बीच इन दिनों एकाएक टै्रक्टर ट्रालियों व अत्यधिक भार से लदे ट्रकों का शहर से आना जाना काफी बढ़ गया है। क्षेत्र में गन्ने की कटाई का काम चल रहा है। इसके अलावा भूसी का कारोबार लगभग साल भर चलता रहता है। ऐसे में दिन भर क्षमता से कई गुना अधिक गन्ना व भूसी लादे हुए टै्रक्टर ट्रालियां व ट्रक दिन भर शहर से निकलते रहते हैं। शहर में झूलते विद्युत तार कभी भी इन आवेरलोड वाहनों से टकराकर हादसों का कारण बन सकते हैं। साथ ही तीव्र मोड़ पर इन ओवरलोड वाहनों के पलटने की भी पूरी आशंका बनी रहती है। कोतवाल नरेश चौहान ने बताया कि ओवरलोड वाहनों के शहर से गुजरने पर सख्ती से अंकुश लगाया जाएगा।