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तस्कर को रेंज ऑफिस से छुड़ा ले गया वन दारोगा

सागौन की तस्करी में गिरफ्तार तस्कर को टांडा चेक पोस्ट में तैनात वन दारोगा मोहनदत्त शर्मा पीपल पड़ाव रेंज ऑफिस से जबरन छुड़ा ले गया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 May 2020 11:49 PM (IST)Updated: Tue, 26 May 2020 11:49 PM (IST)
तस्कर को रेंज ऑफिस से छुड़ा ले गया वन दारोगा
तस्कर को रेंज ऑफिस से छुड़ा ले गया वन दारोगा

जेएनएन, रुद्रपुर/गूलरभोज : सागौन की तस्करी में गिरफ्तार तस्कर को टांडा चेक पोस्ट में तैनात वन दारोगा मोहनदत्त शर्मा पीपल पड़ाव रेंज ऑफिस से जबरन छुड़ा ले गया। यही नहीं ड्यूटी पर मुस्तैद वन रक्षक से भी अभ्रदता की। इसका पता चलते ही महकमे में हड़कंप मच गया। इस मामले में पीपल पड़ाव के रेंजर ने वन दारोगा के खिलाफ रिपोर्ट तैयार कर डीएफओ तराई केंद्रीय को भेज दी है।

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21 मई को रेंजर भूपेंद्र मेहरा रूटीन गश्त पर थे। इसी दौरान सागौन की लकड़ी की तस्करी की सूचना मिली। सूचना पर वन कर्मियों ने थापा नागल बरहैनी से एक तस्कर को गिरफ्तार कर लिया था। उसके पास से सागौन के गिल्टे भी बरामद हुए थे। रेंजर तस्कर को वनरक्षक अनूप पंत की कस्टडी में सौंप कर किसी काम के सिलसिले में चले गए। इसी बीच टांडा चौक बैरियर पर तैनात वन दारोगा मोहनदत्त शर्मा पीपल पड़ाव रेंज कार्यालय पहुंचा और वन रक्षक को डरा-धमकाकर तस्करों को जबरन छुड़ा ले गया। इसका पता चलते ही वन विभाग में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पीपल पड़ाव रेंजर बीके मेहरा ने वन कर्मियों से जानकारी ली। साथ ही वन तस्कर को जबरन छुड़ाकर ले जाने की सूचना पुलिस को भी दी। पीपल पड़ाव रेंजर बीके मेहरा ने बताया कि 21 मई को सागौन के गिल्टे के साथ लकड़ी तस्करों को पकड़ा था। अभी उससे पूछताछ की जा रही थी कि तभी रेंज ऑफिस से वन दारोगा मोहनदत्त शर्मा उसे जबरन छुड़ाकर ले गया। इसकी रिपोर्ट तैयार कर डीएफओ तराई केंद्रीय को भेज दी गई है। इधर, उपप्रभागीय वनाधिकारी यूसी तिवारी ने बताया कि मामला संज्ञान में है। जल्द ही वन दारोगा के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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विवादों से रहा है नाता

वन दारोगा अपने कारनामों को लेकर काफी विवादित हो चुका है। पिछले माह कोविड-19 में गदरपुर में लगी ड्यूटी से वह नदारद था। नशे में कार चलाने का भी मामला उस पर दर्ज हो चुका है। इस मामले में उसकी कार सीज हो गई थी। इसके अलावा मारपीट व अन्य घटनाओं को लेकर विभाग को गाहे-बगाहे खासी फजीहत झेलनी पड़ रही है।

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मामले की शिकायत मिली है। जांच की जा रही है। रेंजर और एसडीओ से भी जानकारी मांगी गई है। इसके बाद आरोपित वन दरोगा के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

-टीआर बीजूलाल, डीएफओ तराई केंद्रीय वन प्रभाग


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