महादेवी वर्मा ने बढ़ाया ¨हदी साहित्य का गौरव
संवाद सहयोगी, खटीमा: डायनेस्टी मॉडर्न गुरुकुल एकेडमी छिनकी फार्म में आयोजित परिचर्चा में ¨हदी साहित्
संवाद सहयोगी, खटीमा: डायनेस्टी मॉडर्न गुरुकुल एकेडमी छिनकी फार्म में आयोजित परिचर्चा में ¨हदी साहित्य के उत्थान में छायावाद की कवियत्री महादेवी वर्मा के योगदान पर विचार विमर्श किया गया। इस दौरान बाल कवि सम्मेलन में बच्चों ने स्वरचित रचनाएं प्रस्तुत की।
महादेवी वर्मा सृजन पीठ रामगढ़ एवं उत्तराखंड बाल कल्याण एवं शोध संस्थान के तत्वावधान में ग्रामीण परिप्रेक्ष्य में महादेवी वर्मा का बाल साहित्य विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि संस्था के अध्यक्ष मोहन सिंह रावत ने कहा कि महादेवी वर्मा के साहित्य सृजन में ग्रामीण परिवेश व बाल मन की जिज्ञासाओं का दर्शन होता है। उन्होंने बाल साहित्य को नई पहचान दी। बाल कल्याण साहित्य शोध केंद्र के सीईओ डॉ.राजकिशोर सक्सेना राज ने कहा कि महादेवी वर्मा के साहित्य में कई तरह की विशिष्टताएं हैं। जो उन्हें अन्य से अलग करती हैं।
इस दौरान बाल कवि सम्मेलन भी हुआ। जिसमें प्रथम,द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। इससे पूर्व अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप जलाकर शुभारंभ किया। स्कूल प्रबंधन की ओर से अतिथियों को अंगवस्त्र व स्मृति चिंह प्रदान किए गए। संचालन सुरेश ओली व हैदर हुसैन ने किया। इस मौके पर डॉ.महेंद्र प्रताप पांडे, नरेश चंद्र तिवारी, चरनजीत राना, विपिन जोशी, रामरतन यादव, वीर बहादुर चंद, राजेश रावल, सरिता पंथी, स्कूल के प्रबंध निदेशक धीरेंद्र भट्टं, प्रधानाचार्य अंजू भट्ट, चंद्रकांत पनेरू, मनीष चंद आदि मौजूद थे।