अब पाइपलाइन से मिलेगी रसोई गैस
अब लोगों को गैस सिलेंडर के लिए लंबी कतार में घंटों धक्के नहीं खाने होंगे। रसोई गैस पाइपलाइन से घरों तक पहुंचेगी।
रुद्रपुर : अब लोगों को गैस सिलेंडर के लिए लंबी कतार में घंटों धक्के नहीं खाने होंगे। न ही सिलेंडर के लिए घर के बाहर हॉकर का रास्ता देखना होगा। न सब परेशानियों से रुद्रपुर वासियों को जल्द छुटकारा मिलेगा। फिलहाल पहले चरण में छतरपुर के ग्रामीणों को लाभ मिल रहा है। गेल इंडिया लिमिटेड की ओर से गैस पाइपलाइन सेवा शुरु कर दी गई है।
ऊधमसिंह नगर के लोगों के लिए खुशखबरी है। गेल इंडिया की ओर से मौर्या एंड कंपनी ने गैस पाइपलाइन की सेवा शुरु कर दी है। सेवा शुरू होने से लोगों के चेहरे खिल उठे हैं। सभी ने राहत की सांस ली है। एक तो पैसे की बचत और दूसरा समय भी कम लगेंगे। कंपनी की ओर से सर्वप्रथम छत्तरपुर में करीब सवा सौ गैस पाइपलाइन कनेक्शन चालू कर दिया है। इससे पहले मेट्रोपोलिस में सुविधाएं मिल रही थी। लेकिन अब शहर के ग्रामीण क्षेत्रों में भी इसकी कवायद शुरू हो गई है। लोगों ने कनेक्शन लेने के लिए कार्यालय पहुंच रहे हैं।
गैस पाइपलाइन से मिलने वाली सुविधा के तहत उपभोक्ता से प्रति यूनिट बिल का भुगतान लिया जाएगा। कंपनी का दावा है कि जितना घरेलू सिलेंडर एक माह चलेगा, वहीं इसके 12 यूनिट से 45 दिन तक खाना पकाया जा सकेगा। जबकि रेट में भी घरेलू गैस से पीएनजी गैस सस्ता है। एलपीजी से सस्ता पीएनजीपीएनजी गैस एलपीजी गैस से सस्ती है। इसकी बिलिग 27 रुपये प्रति यूनिट की जाएगी। सुरक्षा भी होगी पुख्ता
रेग्यूलेटर से अधिक सुरक्षित वाल्व सिलेंडर में गैस प्रवाह को रोकने के लिए रेग्यूलेटर का प्रयोग होता है। जबकि पीएनजी गैस पाइपलाइन में दो वाल्व और एक गैस चूल्हे में बटन सुरक्षा को और पुख्ता कर रहा है। अब लंबी लाइन नहीं लगानी पड़ेगी। वहीं अब सिलेंडर खत्म होने बुकिंग से मुक्ति मिल गई है।
- गिरीश जोशी, छतरपुर सबसे बड़ी राहत यह है कि गैस खत्म होने का झंझट नहीं होगा। जितना प्रयोग किया, बिल जमा किया जाएगा। ओवरआल पीएनजी लाइन शुरू होने से राहत मिली है। बस बिल की टेंशन होगा। - प्रवीन सिंह रावत सिलेंडर के लिए तीन घंटे तक लाइन लगाना पड़ता था। कई बार तो लाइन में होने के बाद भी खाली हाथ लौटना पड़ा। लेकिन अब राहत मिली है। गैस पाइपलाइन से गैस की किल्लत दूर हुई। - चंद्रशेखर भट्ट सिलेंडर की कालाबाजारी, लंबी लाइन से राहत, ढोने के झंझट से मुक्ति मिली है। पूरे शहर में पाइपलाइन की सुविधा होनी चाहिए। ताकि कालाबाजारी करने वालों पर नकेल कसी जा सके। - कमला भट्ट सिलेंडर से अधिक सुरक्षा पीएनजी में हैं। सिलेंडर फटने पर अधिक नुकसान होता है। इसमें आग लगने की संभावना न के बराबर है। सुरक्षा के लिए तीन वाल्व लगे हैं। जहां से बंद किया जा सकता है।
हेमा बिष्ट
अब तक करीब 600 कनेक्शन चालू कर दिए गए हैं। जल्द ही पूरे शहर में पीएनजी लगाने की तैयारी है। इससे लोगों का समय और पैसे की बचत होगी। पहले चरण में छतरपुर गांव को जोड़ा गया है। आगे धरमपुर को जोड़ा जाएगा। - ओम मौर्या, निदेशक मौर्या एंड कंपनी