Move to Jagran APP

तेंदुए का ऐसा खौफ कि रेलवे स्टेशन में अनलोडिंग नहीं हो रही मक्के से लदी रैक

हल्दी रेलवे स्टेशन इन दिनों तेंदुए के खौफ से थर्रा रहा है। मक्का से भरी दो रैक यहां अनलोड के इंतजार में खड़ी हैं। इससे ट्रांसपोर्टरों के कारोबार को भी पलीता लग रहा है।

By BhanuEdited By: Published: Tue, 22 May 2018 12:43 PM (IST)Updated: Tue, 22 May 2018 09:49 PM (IST)
तेंदुए का ऐसा खौफ कि रेलवे स्टेशन में अनलोडिंग नहीं हो रही मक्के से लदी रैक
तेंदुए का ऐसा खौफ कि रेलवे स्टेशन में अनलोडिंग नहीं हो रही मक्के से लदी रैक

रुद्रपुर, उधमसिंहनगर [जेएनएन]: हल्दी रेलवे स्टेशन इन दिनों तेंदुए के खौफ से थर्रा रहा है। मक्का से भरी दो रैक यहां अनलोड के इंतजार में खड़ी हैं, लेकिन श्रमिक ढूंढे नहीं मिल रहे। श्रमिकों को डर है कि तेंदुआ अचानक हमला न बोल दे। यही दहशत ट्रांसपोर्टरों के कारोबार को भी पलीता लगा रही है। तीन दिन में ट्रांसपोर्टरों को करीब ढाई लाख रुपये का नुकसान हो चुका है। रेलवे अधिकारियों को इस संबंध में अवगत करा दिया गया है। 

loksabha election banner

बता दें कि सिडकुल स्थापना के बाद हल्दी, पंतनगर रेलवे स्टेशन पर देश के अलग-अलग हिस्सों से रोजाना माल लेकर रैक पहुंचती हैं। भारत सरकार ने इस स्टेशन को ए क्लास का दर्जा दिया है। स्टेशन पर चौबीस घंटे वर्किंग होती है, लेकिन बीते कुछ सप्ताह से यहां के हालात बदले हैं।

स्टेशन पर तेंदुए का आतंक है। स्टेशन जंगल से सटा है तो तेंदुआ अक्सर चला आता है। पूर्व में वह एक श्रमिक को जख्मी भी कर चुका है। उसके डर से रैक से माल उतारने के लिए आने वाले श्रमिक खौफ में हैं। अब वे माल उतारने के लिए नहीं पहुंच रहे। 

तीन दिन के भीतर ही स्टेशन पर कटिहार और बिहार से मक्के के 42-42 डिब्बे के दो रैक पहुंच चुके हैं। बड़ा सवाल यह है कि श्रमिकों के बिना ये रैक अनलोड हों तो कैसे। इससे रैक स्टेशन पर ही खड़ी हैं। 

छह रैक पहुंचने वाली हैं जल्द

हल्दी स्टेशन पर 42-42 डिब्बे के दो रैक तीन दिन से खड़ी हैं। प्रत्येक रैक में 120 ट्रक मक्का है, जिसे रिद्धि सिद्धि फैक्ट्री में पहुंचाया जाना है। ट्रांसपोर्टरों के मुताबिक अन्य छह रैक भी दो-तीन दिन के भीतर पहुंच जाएंगी। ऐसे में मजदूर न मिलने से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 

तीन दिन में 2.40 लाख का नुकसान

ट्रांसपोर्टर राकेश बब्बर ने बताया कि उन्होंने आठ रैक मक्का की मंगाई है। दो रैक पहुंच चुकी हैं। तीन दिन से रैक से माल न उतरने पर उन्हें रोजाना ही 80 हजार रुपये का किराया देना पड़ रहा है। तीन दिन के भीतर उन्हें 2.40 लाख रुपये का नुकसान हो गया है। 

निराकरण का हो रहा प्रयास 

इज्जतनगर रेलवे मंडल के पीआरओ राजेंद्र प्रसाद के मुताबिक स्टेशन पर तेंदुए की आवाजाही का पता लगा है। रैक पिछले तीन दिन से अनलोड के इंतजार में खड़ी हैं। इस संबंध में उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। ट्रांसपोर्टरों की समस्याओं का निराकरण का प्रयास किया जाएगा। 

यह भी पढ़ें: छत में सो रहे युवक को उठा ले गया गुलदार, झाड़ियों में मिला शव

यह भी पढ़ें: गुलदार का किया डटकर सामना, मौत के मुंह से निकला ग्रामीण

यह भी पढ़ें: इन क्षेत्रों में है गुलदार का आतंक, निजात दिलाने की मांग


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.