श्रमिकों पर लाठी चार्ज, भड़कीं महिलाएं
फैक्ट्री में धरना दे रहे श्रमिकों को धरना स्थल से खदेड़ने और पुलिस के श्रमिकों को उठाने से नाराज श्रमिक परिवार की महिलाएं भड़क उठी।
जागरण संवाददाता, सितारगंज : फैक्ट्री में धरना दे रहे श्रमिकों को धरना स्थल से खदेड़ने और पुलिस के श्रमिकों को उठाने से नाराज श्रमिक परिवार की महिलाएं भड़क उठी। उन्होंने बच्चों के साथ प्रशासन व फैक्ट्री प्रबंधन की मनमानी के खिलाफ नकुलिहा चौराहे पर जाम लगा दिया। पुलिस ने लाठियां फटकारकर महिलाओं को भगा दिया। इससे चार-पांच महिलाएं चोटिल हो गई हैं। इस कार्रवाई से लोगों में हड़कंप मच गया और चौराहे पर अफरा तफरी मच गई। वहीं कर्मचारियों की हड़ताल से गुजरात अंबुजा फैक्ट्री में उत्पादन ठप हो गया है। वेतन वृद्धि व स्थायी नियुक्ति समेत 11 सूत्रीय मांगों को लेकर गुजराज अंबुजा के श्रमिक तीन दिन से कार्य बहिष्कार कर फैक्ट्री गेट पर धरना दे रहे थे।
गुरुवार को हड़ताल जारी रखते हुए फैक्ट्री गेट के सामने धरने पर बैठ गए। धरने की खबर पाकर खटीमा की एसडीएम निर्मला बिष्ट फैक्ट्री पहुंची। इसके बाद धरना दे रहे श्रमिकों को वहां से हटा दिया गया। धरने पर बैठे लोगों को पुलिस वाहनों में भर कर उठा ले गई। इसकी जानकारी परिजनों को होते ही श्रमिक परिवार की महिलाएं बच्चों के साथ कोतवाली पहुंच गई। कोतवाली के सामने जाम लगा कर बैठ गई। उनका आरोप था कि पुलिस ने धरना दे रहे श्रमिकों पर लाठी चार्ज किया और उन्हें जबरदस्ती गाड़ियों में बिठा कर पुलिस ले गई, लेकिन कुछ ही मिनट बाद नाराज महिलाएं सिडकुल चौराहे पर पहुंच गई। वहां पर सड़क जाम कर बैठ गईं। सड़क जाम की खबर मिलते ही सीओ सुरजीत कुमार व कोतवाल सलाउद्दीन दल बल के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने जाम लगा कर बैठी महिलाओं को लाठियां फटकार कर खदेड़ दिया। महिलाओं का कहना है कि पुलिस ने लाठीचार्ज कर अन्याय के खिलाफ आवाज दबाने का काम किया है, फैक्ट्री प्रबंधन व पुलिस की मनमानी को बर्दास्त नहीं किया जाएगा।
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धरना स्थल से महिलाओं समेत 150 श्रमिक गिरफ्तार
फैक्ट्री गेट पर धरना दे रहे 150 लोगों को पुलिस ने शांति भंग में धरना स्थल से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार लोगों में सत्रह श्रमिक परिवार की महिलाएं भी शामिल हैं।
कोतवाल सलाउद्दीन ने बताया कि श्रमिक फैक्ट्री गेट पर धरना देकर किसी को भी अंदर-बाहर नहीं जाने दे रहे थे। इससे तनाव फैल गया था। इसी वजह से श्रमिकों को शांतिभग के तहत गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार श्रमिकों को मंडी समिति लाया गया है। उन्होंने लाठीचार्ज और महिलाओं को खदेड़ने की बात से इंकार किया है।