सोशल मीडिया से युवाओं के सपनों को उड़ान और उलझनों का समाधान
उत्तराखंड के डीआइजी/यातायात निदेशक आइपीएस अफसर केवल खुराना ने सोशल मीडिया के जरिये प्रदेश में सिविल सेवा की तैयारी कर रहे युवाओं को टिप्स दे रहे हैं।
रुद्रपुर, उधमसिंह नगर [वीरेंद्र भंडारी]: ज्ञान बांटने के लिए होता है। कोशिश होनी चाहिए कि दूसरों तक इसका संचार हो और उन्हें नई राह मिले। उत्तराखंड के डीआइजी/यातायात निदेशक आइपीएस अफसर केवल खुराना ने इसके लिए सोशल मीडिया को अपना औजार बना लिया। खुराना यू-टयूब, फेसबुक व वाट्सएप के जरिये प्रदेश में सिविल सेवा की तैयारी कर रहे युवाओं को टिप्स दे रहे हैं। यू-टयूब पर वीडियो लोड कर वह परीक्षार्थियों के सवालों के जवाब व उनकी उलझनों का समाधान भी कर रहे हैं। आर्थिक तंगी के चलते सिविल सेवा प्रतियोगिता की कोचिंग नहीं ले पाने वाले युवाओं को उनके इस कदम से खासी मदद मिल रही है।
हर युवा के दिल में आइएएस अफसर व आइपीएस अफसर बनने का ख्वाब रहता है। लेकिन सही मार्गदर्शन न मिलने से अधिकांश युवा अपने इस सपने को पूरा नहीं कर पाते हैं। कुछ युवा कोचिंग में आने वाला खर्च नहीं उठा पाते हैं। ऐसे युवाओं के लिए केवल खुराना सोशल मीडिया पर कोचिंग दे रहे हैं। वह हर सप्ताह यू-ट्यूब व फेसबुक में वीडियो अपलोड कर रहे हैं। वीडियो में सिविल सेवा प्रतियोगिता की तैयारी के टिप्स के साथ ही रिफरेंस बुक्स की जानकारी दी जाती है। प्रश्नों का जवाब देने के तरीके भी बता रहे हैं। अब तक तीन वीडियो सोशल मीडिया में लोड किए जा चुके हैं।
सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे इच्छुक छात्र वीडियो देखकर परीक्षा की तैयारियां कर सकते हैं। यदि कोई सवाल हो तो यू-ट्यूब और फेसबुक के माध्यम से ही अभ्यर्थी पूछ सकते हैं।
यूएसनगर में चला चुके कोचिंग क्लास
केवल खुराना 2015-16 में ऊधमसिंह नगर जिले के एसएसपी थे। तब उन्होंने पुलिस लाइन में भी आइएएस व आइपीएस परीक्षा की तैयारी करने वाले युवाओं के लिए कोचिंग क्लास शुरू की थी। क्लास में करीब एक हजार से अधिक छात्र आते थे। कोचिंग में आने वाले छात्रों को मुफ्त किताबें भी उपलब्ध कराई गई थीं। साथ ही प्रत्येक माह उनकी परीक्षा भी ली जाती थी।
केवल खुराना का कहना है कि प्रदेश के युवा भी आइएएस व आइपीएस अफसर बनकर निकलें, इसके लिए हर सप्ताह यू-ट्यूब व फेसबुक में वीडियो अपलोड किया जा रहा है। इस वीडियो का मकसद युवाओं को सिविल सेवा प्रतियोगिता की तैयारी के लिए टिप्स देना है। सोशल मीडिया आज सरल व सुलभ साधन है, ऐसे में यह युवाओं के तैयारी का बेहतर माध्यम बन सकता है।
यह भी पढ़ें: भारतीय सेना में चूका ये युवा, यूएस आर्मी में हुआ पास
यह भी पढ़ें: 14 साल की उम्र में बसे हिमालय की गोद में, अब करेंगे शिवलिंग चोटी की परिक्रमा