गमगीन माहौल में आईटीबीपी एसआइ को किया सुपुर्दे खाक
गमगीन माहौल में आईटीबीपी के एसआइ को सुपुर्दे खाक कर दिया।
जागरण संवाददाता, किच्छा : गमगीन माहौल में आईटीबीपी के एसआइ को सुपुर्दे खाक कर दिया। उनके निधन पर हर आख नम थी। आइटीबीपी हल्दूचौड़ युनिट के अधिकारी भी एसआई के अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
वार्ड नंबर 15 किच्छा निवासी जमीर अहमद इंडियन तिब्बत बॉर्डर पुलिस में एसआई के पद पर कार्यरत थे। उनकी तैनाती चीन सीमा पर लद्दाख में थी। शनिवार को उनका स्वास्थ्य खराब होने के कारण उनको अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहा उनको मृत घोषित कर दिया गया था। सोमवार को सुबह गुवाहटी से एसआइ जमीर अहमद का पाíथव शरीर लेकर विमान दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा। दिल्ली एयरपोर्ट से तमाम औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उनका शव देर शाम नौ बजे किच्छा लाया गया। इससे पूर्व रात्रि लगभग आठ बजे आइटीबीपी हल्दूचौड़ से इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार त्रिवेदी, हेड कास्टेबल जितेंद्र गोविंद, वीरेंद्र सिंह, कास्टेबल गोपाल वर्मा, शिवपाल, विकास कुमार अपने सहयोगी को अंतिम विदाई देने पहुंच गए थे। बड़ी संख्या में स्थानीय लोग एसआई जमीर अहमद के अंतिम दर्शनों के लिए उनके निवास पर पहुंचे उनके पाíथव शरीर के पहुंचने का इंतजार कर रहे थे। एसआइ जमीर अहमद का पाíथव शरीर पहुंचने पर कोहराम मच गया। हर कोई भारत की सीमाओं की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावार कर देने वाले एसआई जमीर अहमद के दर्शनों को लालायित था। लगभग एक घटा पाíथव शरीर को अंतिम दर्शनों के लिए उनके निवास पर रखा गया था। उसके उपरात किच्छा स्थित कब्रिस्तान में एसआई जमीर अहमद को मुस्लिम रीति रिवाज से पूरे सम्मान के साथ सुपुर्दे खाक कर दिया गया।
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पिता का उठा साया तो छलक आए आसू
एसआइ जमीर अहमद का पाíथव शरीर घर पहुंचते ही परिजनों के आसू छलक आए। एक तरफ उनके अंदर देश के लिए अपनी जान देने वाले जमीर अहमद पर गर्व भी था, लेकिन परिवार का मुखिया जाने का गम भी उनके चेहरे पर साफ दिखाई दे रहा था।