झूठा कौन, गल्फार या एनएचएआइ
संवाद सहयोगी, रुद्रपुर : दोराहा से सितारगंज के बीच एनएच 74 का निर्माण बीते आठ माह से अधर म
संवाद सहयोगी, रुद्रपुर : दोराहा से सितारगंज के बीच एनएच 74 का निर्माण बीते आठ माह से अधर में है। मार्ग पर अभी 20 प्रतिशत काम होना बाकी है, पर इसे पूरा करने को लेकर अलग-अलग दावे हैं। निर्माणदायी संस्था गल्फार निर्माण के लिए भूमि उपलब्ध न होने का रोना रो रही है। वहीं एनएचएआइ भूमि की उपलब्धता की बात कह संस्था को काम जल्द पूरा करने को नोटिस भेजने की बात कह रहा है।
बाजपुर दोराहा से सितारगंज तक बन रहे 70 किमी. लंबे हाईवे का 80 फीसदी निर्माण बीते अगस्त में ही पूरा हो चुका है। गल्फार कंपनी की ओर से टोल वसूली भी की जा रही है, पर शेष काम की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा। अब मार्ग निर्माण पूरी तरह बंद है। एनएचएआइ की रिपोर्ट के आधार पर ही बात करें तो 70 किमी. के इस मार्ग का अब 12.11 किमी. सड़क का निर्माण शेष है। इसमें साढ़े आठ किमी. लंबा गदरपुर बाइपास, चार सौ मीटर डिबडिबा रोड, 320मीटर इंदिरा चौक, 1.6 किमी. तीन पानी से दूधिया बाबा मंदिर, एक किमी. पुलभट्टा मार्ग के साथ ही 125 मीटर किच्छा श्मशान घाट के समीप मार्ग का निर्माण होना है। मार्ग पर अभी 30 किमी. क्षेत्र में सर्विस लेन व विद्युतीकरण का काम भी अधूरा है। इस काम को दोबारा शुरू न करने के पीछे गल्फार कंपनी का तर्क है कि जहां भी काम बाकी है, वहां एनएचएआइ व प्रशासन द्वारा कंपनी को भूमि ही नहीं उपलब्ध कराई गई है। भूमि न मिलने के कारण ही कंपनी शेष काम को शुरू नहीं कर पा रही है। वहीं एनएचआइ का कहना है कि जिन क्षेत्रों में काम अधूरा है, वहां की नब्बे फीसदी भूमि कंपनी को निर्माण के लिए मुहैया करा दी गई है। एनएचएआइ निर्माण शुरू करने के लिए कई बार नोटिस भी जारी कर चुकी है, बावजूद कंपनी निर्माण शुरू नहीं कर रही है। अब सवाल उठ रहा है कि आखिर झूठ कौन बोल रहा है।
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अधूरा निर्माण दुघर्टनाओं को दे रहा दावत
सितारगंज से दोराहे तक हाईवे पर जगह-जगह अधूरा मार्ग जहां वाहनों के फर्राटे भरने में बाधक बना है। मार्ग किनारे अधूरे नाले, बीच चौराहों पर काबिज महानुभावों की मूर्तियों के न हटने, सर्विस रोड के आज भी न बनने से वाहन आए दिन दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं। एक छात्रा की रुद्रपुर में मौत भी हो चुकी है। इस सबसे एनएचएआइ व जिला प्रशासन पूरी तरह वाकिफ है पर निर्माण शुरू नहीं हो पा रहा है।
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हर माह बैठक पर नतीजा सिफर
जिला प्रशासन अधूरे हाईवे को पूरा करने लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में लगभग हर माह एनएचएआइ, निर्माण एजेंसी व निर्माण में मददगार अन्य महकमों की बैठक कर सामने आ रही बाधाओें की समीक्षा करने के साथ ही कार्य में तेजी लाने को सख्त हिदायत भी देता है, पर बीते आठ माह से नतीजा सिफर ही है।
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एनएच 74 पर जहां आज तक निर्माण अधूरा है, वहां वजह भूमि अधिग्रहण न हो पाना ही है। अब भूमि मुहैया हो गई है, जल्द ही मार्ग का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा।
संतोष शर्मा, जीएम, गल्फार इंफ्रा लि.
वर्जन------------------ मार्ग का 12 प्रतिशत से अधिक निर्माण कार्य आज भी अधूरा है। सर्विस रोड व विद्युतीकरण का बड़े पैमाने पर काम बाकी है। कंपनी को अधिकतर क्षेत्रों की भूमि भी निर्माण के लिए मुहैया करा दी गई है। बावजूद इसके अभी तक निर्माण शुरू नहीं किया गया है।
अनुज ¨सह, उप प्रबंधक, तकनीकि एनएचएआइ